"कामायनी": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
→प्रतीकात्मकता: Charitra टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
No edit summary |
||
पंक्ति 66:
कामायनी एक प्रतीकात्मक काव्य है जिसमेंं मनु,श्रद्धा,इड़ा,किलात-आकुलि,श्वेत वृषभ आदि क्रमशः मन,charitra, बुद्धि,मानव,आसुरी भाव,धर्म के प्रतीक हैं।
==इन्हें भी देखें==
== बाहरी कड़ियाँ ==▼
==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची}}▼
{{Wikisourcelang|hi}}
* [https://web.archive.org/web/20190510160457/http://www.apnimaati.com/2018/02/blog-post_82.html महाकाव्य के रूप में प्रसाद की कामायनी का वैशिष्ट्य]
* [https://web.archive.org/web/20171215145826/http://shodhganga.inflibnet.ac.in/bitstream/10603/42656/11/11_chapter%205.pdf कामायनी में शैव दर्शन]
{{जयशंकर प्रसाद की कृतियाँ}}
▲{{टिप्पणीसूची}}
[[श्रेणी:हिन्दी साहित्य]]
[[श्रेणी:महाकाव्य]]
|