"अष्टछाप": अवतरणों में अंतर

15 बाइट्स हटाए गए ,  2 वर्ष पहले
हिन्दी साहित्य का इतिहास (पेज-197) - सं- डॉ. नगेन्द्र
छो (2405:204:A504:201B:EFAA:7C69:54B7:3B85 (Talk) के संपादनों को हटाकर अनुनाद सिंह के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया)
टैग: वापस लिया
(हिन्दी साहित्य का इतिहास (पेज-197) - सं- डॉ. नगेन्द्र)
टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन यथादृश्य संपादिका
:''लै दर्पण देखे श्रीमुख को, 'गोविंद' प्रभु चरननि सिर नावति॥
 
* [[छीतस्वामी]] (१४८१1515 ई. - १५८५ 1585
*ई.)
:''धन्य श्री यमुने निधि देनहारी ।
:''करत गुणगान अज्ञान अध दूरि करि, जाय मिलवत पिय प्राणप्यारी ॥
गुमनाम सदस्य