"वार्ता:इस्लाम की आलोचना": अवतरणों में अंतर

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हाँ हिन्दू धर्म और अन्य धर्मों की भी बुराइयों के विषय में लेख लिखे जा सकते है लेकिन यह एक एतिहासिक तथ्य है की पूरा का पूरा इस्लामी इतिहास आतताइयों से भरा हुआ है। इसलिए इस लेख में कोई बुराई नहीं है। [[सदस्य:रोहित रावत|रोहित रावत]] १६:१३, १६ अक्तूबर २००९ (UTC)
:मैं भी रोहित रावत जी के विचारों से सहमत हूँ। यह लेख एक ऐतिहासिक एवं सामाजिक सत्य है और इसके लिखे जाने में कोई बुराई नहीं। सर्व सम्मति से डिलीट वाला साँचा हटा दिया जाना चाहिए और इस लेख का समुचित विकास करना चाहिए।--[[सदस्य:Evian|Evian]] २१:५६, १६ अक्तूबर २००९ (UTC)
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