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: सुबाला हैं, दुसाला हैं विसाला चित्रसाला हैं। ६
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ऐहलौकिकता, श्रृंगारिकता, नायिकाभेद और अलंकार-प्रियता इस युग की प्रमुख विशेषताएं हैं। प्रायः सब कवियों ने ब्रज-भाषा को अपनाया है। स्वतंत्र कविता कम लिखी गई, रस, अलंकार वगैरह काव्यांगों के लक्षण लिखते समय उदाहरण के रूप में - विशेषकर
इस काल के कवियों को तीन श्रेणियों में बाँटा जा सकता है-
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