"भाषा": अवतरणों में अंतर
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उपर्युक्त सभी भाषाएँ एक-दूसरे की पूरक हैं। इसलिए यह प्रश्न निरर्थक है कि राजभाषा, राष्ट्रभाषा, सम्पर्क भाषा आदि में से कौन सर्वाधिक महत्त्व का है, आवश्यकता है हिन्दी को अधिक व्यवहार में लाने की।
== इन्हें भी देखें ==▼
भारतीय संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाओं की संख्या
▲* [[भारत की भाषाएँ]]
▲भारतीय संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाओं की संख्या 22 है। 1950 में भारतीय संविधान की स्थापना के समय में, मान्यता प्राप्त भाषाओं की संख्या 14 थी।
आठवीं अनुसूची में तदोपरान्त जोड़ी गई भाषाएँ [[सिंधी|सिन्धी]], [[कोंकणी]], [[नेपाली]], [[मणिपुरी]], [[मैथिली]], [[डोगरी]], [[बोडो]] और [[संथाली|सन्थाली]]
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यांवयन (कार्यान्वयन) मन्त्रालय की 2011 की रिपोर्ट के अनुसार पहचान योग्य मातृभाषाओं की संख्या 234 है।
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*[[पुडुचेरी]] में तमिल तेलुगू, कन्नड़ और उर्दू है।<br/>
*[[अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह]] में बंगाली, हिन्दी, तमिल, तेलुगू और मलयालम है।
* [[भाषाई साम्राज्यवाद]]
* [[भाषावसान]]
* [[भाषाभाषियों की संख्या के अनुसार भाषाओं की सूची]]
* [[लिपि]]
* [[लिपि के अनुसार भाषाओं की सूची]]
* [[सांकेतिक भाषा]]
== सन्दर्भ ==
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