"किशोर कुमार": अवतरणों में अंतर

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'''किशोर कुमार''' (जन्म: [[4 अगस्त]], [[1929]] खंडवा मध्यप्रदेश निधन: [[13 अक्टूबर]], [[1987]]) [[भारतीय सिनेमा]] के मशहूर [[पार्श्वगायक]] समुदाय में से एक रहे हैं। वे एक अच्छे अभिनेता के रूप में भी जाने जाते हैं। हिन्दी फ़िल्म उद्योग में उन्होंने बंगाली, हिंदी, मराठी, असमी, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम, उड़िया और उर्दू सहित कई भारतीय भाषाओं में गाया था। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए 8 [[फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार]] जीते और उस श्रेणी में सबसे ज्यादा फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। उसी साल उन्हें [[मध्यप्रदेश]] सरकार द्वारा [[लता मंगेशकर पुरस्कार]] से सम्मानित किया गया था। उस वर्ष के बाद से मध्यप्रदेश सरकार ने "किशोर कुमार पुरस्कार"(एक नया पुरस्कार) हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए चालु कर दिया था।<ref>{{cite news |title=बॉलीवुड महानायकों की आवाज थे किशोर कुमार |url=http://www.patrika.com/news/kishore-kumar-sang-for-superstars-of-bollywood-cinema/1021554 |work=पत्रिका समाचार समूह |4=४ अगस्त २०१४ |accessdate=४ अगस्त २०१४ |archive-url=https://web.archive.org/web/20140808053335/http://www.patrika.com/news/kishore-kumar-sang-for-superstars-of-bollywood-cinema/1021554 |archive-date=8 अगस्त 2014 |url-status=live }}</ref>
 
== प्रारंभिकप्रारम्भिक जीवन ==
किशोर कुमार का जन्म [[4 अगस्त]] [[1929]] को [[मध्य प्रदेश]] के [[खंडवा|खण्डवा]] शहर में वहाँ के जाने माने वकील कुंजीलाल के यहाँ हुआ था।<ref>{{cite web|url=https://scroll.in/reel/888581/quiz-kishore-kumar-fans-its-time-to-test-your-love|title=Quiz: Kishore Kumar fans, it’s time to test your love|access-date=4 अगस्त 2018|archive-url=https://web.archive.org/web/20180804232047/https://scroll.in/reel/888581/quiz-kishore-kumar-fans-its-time-to-test-your-love|archive-date=4 अगस्त 2018|url-status=dead}}</ref> किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार गांगुली था। किशोर कुमार चार भाई बहनों में चौथे नम्बर पर थे। उन्होंने अपने जीवन के हर क्षण में खंडवाखण्डवा को याद किया, वे जब भी किसी सार्वजनिक मंच पर या किसी समारोह में अपना कर्यक्रम प्रस्तुत करते थे, शान से कहते थे किशोर कुमार खंडवेखण्डवे वाले, अपनी जन्म भूमि और मातृभूमि के प्रति ऐसा ज़ज़्बा बहुत कम लोगों में दिखाई देता है।
=== शिक्षा ===
किशोर कुमार [[इन्दौर]] के क्रिश्चियन कॉलेज में पढ़े थे और उनकी आदत थी कॉलेज की कैंटीन से उधार लेकर खुद भी खाना और दोस्तों को भी खिलाना। वह ऐसा समय था जब 10-20 पैसे की उधारी भी बहुत मायने रखती थी। किशोर कुमार पर जब कैंटीन वाले के पाँच रुपया बारह आना उधार हो गए और कैंटीन का मालिक जब उनको अपने पाँच रुपया बारह आना चुकाने को कहता तो वे कैंटीन में बैठकर ही टेबल पर गिलास और चम्मच बजा बजाकर पाँच रुपया बारह आना गा-गाकर कई धुन निकालते थे और कैंटीन वाले की बात अनसुनी कर देते थे। बाद में उन्होंने अपने एक गीत में इस पाँच रुपया बारह आना का बहुत ही खूबसूरती से इस्तेमाल किया। शायद बहुत कम लोगों को पाँच रुपया बारह आना वाले गीत की यह असली कहानी मालूम होगी।<ref>{{Cite web|url=https://www.livehindustan.com/entertainment/story-kishore-kumar-birth-anniversary-know-some-unknown-facts-about-kishore-kumar-and-kishore-kumar-original-name-2668419.html|title=Kishore Kumar का ये था असली नाम, जानें इनके बारे में कुछ अनसुने सच|website=Hindustan|language=hindi|access-date=2020-08-04}}</ref>