"मार्क्सवाद": अवतरणों में अंतर

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हीगल,फ्रांसीसी समाजवाद,सेंट साइमन,ब्रिटिश समाजवादी-एडम स्मिथ।
 
== वर्ग संघर्ष का सिद्धांत ऐतिहासिक भौतिकवाद का पूरक माना जाता है ==
कार्ल मार्क्स वर्ग संघर्ष के सिद्धांत द्वारा सामाजिक परिवर्तन करना चाहता है आदि काल से अब तक समस्त परिवर्तन वर्ग संघर्ष का ही परिणाम है।
{{Main|वर्ग संघर्ष}}
 
वर्ग संघर्ष सिद्धांत धनिक वर्ग और निर्धन वर्ग के बीच संघर्ष है इसमें धनवान वर्ग या पूंजीपति वर्ग उत्पादन के प्रमुख साधनों का स्वामी बन जाता है जबकि निर्धन वर्ग अपने जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए श्रम की क्षमता पर आश्रित रहता है।{{Main|वर्ग संघर्ष}}
मार्क्सवाद मानव सभ्यता और समाज को हमेशा से दो वर्गों -शोषक और शोषित- में विभाजित मानता है।<ref>राजनीति सिद्धांत की रूपरेखा, ओम प्रकाश गाबा, मयूर पेपरबैक्स, २०१०, पृष्ठ-३४३, ISBN:८१-७१९८-०९२-९</ref> माना जाता है साधन संपन्न वर्ग ने हमेशा से उत्पादन के संसाधनों पर अपना अधिकार रखने की कोशिश की तथा बुर्जुआ विचारधारा की आड़ में एक वर्ग को लगातार वंचित बनाकर रखा। शोषित वर्ग को इस षडयंत्र का भान होते ही वर्ग संघर्ष की ज़मीन तैयार हो जाती है। वर्गहीन समाज (साम्यवाद) की स्थापना के लिए वर्ग संघर्ष एक अनिवार्य और निवारणात्मक प्रक्रिया है।<ref>दर्शनकोश, प्रगति प्रकाशन, मास्को, १९८0, पृष्ठ-५७९ ISBN: ५-0१000९0७-२</ref>
{{आधार|अलगाव कि विचारधारा=इसमे पूँजीवाद की तुलना मे सामंतवाद को ठिक बताया गया है .विकि जानी}}