"बीए पास": अवतरणों में अंतर

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== पटकथा ==
मुकेश (शादाब कमाल) अपने मां-बाप के गुज़रने के बाद दिल्ली में अपनी बुआ (गीता शर्मा) के पास रहने के लिए आ जाता है। उस पर अपनी दो बहनों की ज़िम्मेदारी भी है जो एक दूसरे शहर में हॉस्टल में रहती हैं। मुकेश का का कोई अकादमिक भविष्‍य नहीं है। उसकी मौजूदा हालत भी खस्‍ता ही है। यही कारण है कि वह अपनी बुआ के पास रहता है। मुकेश की बुआ और उनका बेटा उसे अपने यहां नहीं चाहते एवं उसे बेरोज़गार रहने के लिए हमेशा ताने देते रहते हैं। एक दिन सारिका (शिल्पा शुक्ला) जो कि उसकी बुआ की दोस्त है मुकेश से मिलती है। वो मुकेश को किसी बहाने से अपने घर बुलाती है और उससे शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश करती है। फिर दोनों नियमित तौर से सारिका के घर मिलने लगते हैं। कुछ दिनों बाद सारिका उसे ऐसी अमीर महिलाओं के पास शारीरिक संबंध बनाने के लिए भेजने लगती है जो अपने पति के साथ सेक्स संबंधों से संतुष्ट नहीं है। मुकेश को अपनी ये जीवनचर्या पसंद नहीं आती है लेकिन उसे पैसे कमाने के लिए मजबूरी में ये काम करना पड़ता है। सारिका की सास (शांतिदेवी) को कुछ गड़बड़ होने का अहसास होता है और वो अपने बेटे यानी सारिका के पति खन्ना (राजेश शर्मा) को इसके प्रति आगाह करती है।
 
Sarika ke pati ko iski bhank lagne par, voh unke milne ka
 
== कलाकार ==
* [[शिल्पा शुक्ला]] - सारिका