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[[चित्र:FabrykiPoznańskiego.jpg|thumb|300px|एक औद्योगिक क्षेत्र का दृश्य]]
 
किसी विशेष क्षेत्र में भारी मात्रा में सामान का निर्माण/उत्पादन या वृहद रूप से [[सेवा]] प्रदान करने के मानवीय कर्म को [https://www.rajgk.in/2020/12/bharat-ke-pramukh-udyog-pdf.html '''उद्योग''' (industry)] कहते हैं। उद्योगों के कारण गुणवत्ता वाले उत्पाद सस्ते दामों पर प्राप्त होते है जिससे लोगों का रहन-सहन के स्तर में सुधार होता है और जीवन सुविधाजनक होता चला जाता है।
 
[[औद्योगिक क्रांति]] के परिणामस्वरूप यूरोप एवं उत्तरी अमेरिका में नये-नये उद्योग-धन्धे आरम्भ हुए। इसके बाद आधुनिक औद्योगीकरण ने पैर पसारना अरम्भ किया। इस काल में नयी-नयी तकनीकें एवं [[ऊर्जा|उर्जा]] के नये साधनों के आगमन ने उद्योगों को जबर्दस्त बढावा दिया।
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उद्योगों के दो मुख्य पक्ष हैं:
 
१) '''[[वृहदhttps://www.rajgk.in/2020/12/bharat-ke-pramukh-udyog-pdf.html उत्पादन|भारी मात्रा में उत्पादन]] (मॉस प्रोडक्सन) '''
उद्योगों में मानक डिजाइन के उत्पाद भारी मात्रा में उत्पन्न किये जाते हैं। इसके लिये स्वतः-चालित मशीनें एवं असेम्बली-लाइन आदि का प्रयोग किया जाता है।
 
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== वर्गीकरण ==
[https://www.rajgk.in/2020/12/bharat-ke-pramukh-udyog-pdf.html औद्योगिक] आर्थिक क्रियाकलापों को मुख्यतः चार वर्गों में बांटा जा सकता है:
 
* '''प्राथमिक क्षेत्र''' (प्राइमरी सेक्टर)