"संक्रमण": अवतरणों में अंतर

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== इन्हें भी देखें ==
* [[संक्रामक रोग]]
 
 
फंगल इन्फेक्शन के कारण, लक्षण, बचाव एवं घरेलू उपाय
 
Fungal Infection in hindi आज कल fungal Infection की समस्या आम है । अस्पतालों की OPDs भी इन patients से भरी होती है । ये त्वचा से जुड़ी प्रॉब्लम होती है । फंगल इंफेक्शन किसी भी मौसम होता है मगर नमी वाले क्षेत्रों में या बरसात के मौसम में इनकी सम्भावना काफी हद तक बढ़ जाती है । इनके कीटाणु प्राकृतिक रूप में वातावरण में होते है । Fungal infection से स्किन के किसी भाग पर खुजली, दाद, त्वचा पर पपड़ी आना, दरारें पड़ जाना इत्यादि ।  फंगल इंफेक्शन से नियमित रूप से साफ सफाई रखकर आसानी से बचा जा सकता है तो चलिए जानते है Fungal infection in hindi के बारे में जानते है फुंगल इंफेक्शन के कारण,  लक्षण, बचाव एवं उपचार -
 
'''Fungal Infection के कारण -'''
 
नमी वाले क्षेत्रों में Infection बढने का Risk  बढ जाता है । हमारे शरीर में कुछ ऐसे हिस्से होते हैं जो naturally Warm रहते है । उन स्थानों में पसीना जल्दी नहीं सुखता है । वो कपडो से कवर रहते है । वहा हवागामन नहीं हो पाता है ऐंसे areas  में fungal Infection होने का Risk काफी ज्यादा होता है ।
 
Male के case में ऐसे हिस्से होते हैं - बंगल, जांघ, पेट के बीच का एरिया, बटकस वाला भाग । पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त जैसे Diabetes में Infection का  खतरा अधिक होता है । वो इसलिये होता हैं क्योंकि इन लोगोंका Immunity System काफी Weak  होता है । Blood Sugar के मरीजों को blood sugar control रखना चाहिये । जिन लोगो को ज्यादा पसीना आता है यानी जिनका hyper Hydrosis है । या मोटापा यानी obesity है । उन्हें भी Infection होने के चांस हो सकते है । जो sports person  हैं उनको भी पसीना ज्यादा आता हैं ऐसे athelic foot भी common है । इसी प्रकार बरसात के मौसम में यह जिवाणू काफी तेज फैलता है ।  ऐसे मौसम में बुंदाबांदी में अगर कोई भीग जाता हैं और अपनी त्वचा को नहीं सुखाता हैं तो यह काफी बडा खतरा हो सकता है ।
 
'''Fungal Infection के प्रकार'''
 
फंगल इंफेक्शन कई प्रकारका होता है । इनमें से skin पर 3 प्रकार के Infection होते है । -
 
# एथलीट्स फुट - यह इंफेक्शन पैरो में होने वाला एक आम संक्रमण हैं । जो नमी वाले मौसम में होता है ।
 
2. कैंडिडा इन्फेक्शन - यह एक ऐसा इंफेक्शन है जो हानि रहित वाले भाग में होता है जैसे मुँह, आंत्र मार्ग एवं योनि को संक्रमणित करता है ।
 
3. दाद - यह संक्रमण बॉडी के किसी भी पार्ट पर हो सकता है जैसे जांघ, हाथ, पैर एवं जननांग आदि ।
 
4. नाखून का फंगल इन्फेक्शन - यह संक्रमण आम तौर पर हमारे नाखूनों को प्रभावित करता है । जिसे नाखून क्षतिग्रस्त हो जाते है । यह कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में जल्दी फैलता है ।
 
'''Fungal Infection के लक्षण -'''
 
ये लाल लाल गोल निशान की तरह दिखता हैं कभी कभी काला भी हो जाता है । यह निशान और इसके Border में skelling दिखती है । इसमें खुजली भी ज्यादा होती है । खुजली परेशानी भी करती है । जलन जैसा होना । या Irritation होना । अपना काम करने में दिक्कत आना ऐसा भी कर सकता है । रात को खुजली बढती है ।
 
1. मुल रूप से fungal Infection से स्किन पर लाल चकते पड़ जाते हैं और बहुत खुजली होती है ।  यह लाल चकत्ते कही भी शरीर के हिस्से में पड सकते है । लाल चकतो को करीब से देखा जाये तो इसमें एक उभरा हुआ Border होता हैं जो permanent  होता है । कभी यह चकते गोल गोल दिखते है । इसको Ring one भी कहा जाता है ।
 
2. Infection में Patches गुलाबी होते है । कभी यह काफी Brownish / Black भी दिख सकते है । अगर Infection काफी पुराना हो गया है ।
 
3. यदि Infection सिर पर होता है । उसमें गोल चकत्ते पडते हैं उसमें पचके दाने भी हो सकते है । काफी बाल भी टुट जाते है । समय पर ना इलाज करे तो हमेशा के लिये scaring भी हो सकती है । यह Infection बच्चों में अधिकतर होता है ।
 
4. नाखूनो भी effect कर सकता है ऐसे में नाखून पिले दिखते है । Whiteish पच जमती है । नाखून जल्दी टूटने लगते है । यह infection पानी में अधिक हाथ डालने वालों में होता है ।
 
5. कैंडिडा इन्फेक्शन  - मुंह के अंदर और जेनेटिएँटिस Area में होनेवाला Infection  है । Female में virgana कैंडिडा इन्फेक्शन काफी सामान्य है । इन जगहो पर सफेद परख जमने लगती है । काफी खुजली हो सकती है । कभी कभी irritation होता हैं और खराब केसेस में घाव भी बन सकते है ।
 
[https://www.sahitydrshan.com/2021/06/Fungal-Infection-in-hindi.html '''फंगल इंफेक्शन का  उपचार - Treatment of fungal infection''' -]
 
==सन्दर्भ==