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'''इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान''' ({{Nastaliq|اسلامی جمہوریہ پاکستان}}) या '''पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र''' या सिर्फ़ '''पाकिस्तान''' [[भारत]] के [[पश्चिम]] में स्थित एक [[इस्लामी गणराज्य]] है। 21 करोड़ की आबादी के साथ ये [[जनसंख्या के अनुसार देशों की सूची#सूची|दुनिया का पांचवी बड़ी आबादी वाला देश]] है।<ref name="pbk2021">{{cite web|url=https://www.dawn.com/news/1624375/pakistans-population-is-20768m-shows-2017-census-result|title=Pakistan’s population is 207.68m, shows 2017 census result}}</ref> पाकिस्तान में [[विश्व में इस्लाम धर्म|दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम]] आबादी है। यह 881,913 वर्ग किलोमीटर (340,509 वर्ग मील) क्षेत्र में फैला [[क्षेत्रफल के अनुसार देशों की सूची|33वां सबसे बड़ा देश]] है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ [[उर्दू भाषा|उर्दू]], [[पंजाबी भाषा|पंजाबी]], [[सिंधी]], [[बलोच भाषा और साहित्य|बलूची]] और [[पश्तो भाषा|पश्तो]] हिन्दी हैं। पाकिस्तान की राजधानी [[इस्लामाबाद]] और अन्य महत्वपूर्ण नगर [[कराची]] व [[लाहौर]] रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: [[पंजाब (पाकिस्तान)|पंजाब]], [[सिंध]], [[बलूचिस्तान (पाकिस्तान)|बलोचिस्तान]] और [[ख़ैबर पख़्तूनख़्वा|ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा]]। [[संघीय प्रशासित कबायली क्षेत्र|क़बाइली इलाक़े]] और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा [[आज़ाद कश्मीर]] और [[गिलगित-बल्तिस्तान]] भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं।
 
पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में धर्मिक आधार पर् [[भारत का विभाजन|भारत के विभाजन]] के फलस्वरूप हुआ था। उस समय लगभग २० प्रतिसत मुस्लिम आबादि को अबिभाजित भारत का २४ % भुमि प्रदान कि गयी। पाकिस्तान के जन्म के समय यहा [[पश्चिमी पाकिस्तान]] मे ३३% हिन्दु धिम्मी (काफ़िर) थे जो अब कम होकर 1.85 प्रतिशत [[हिन्दू]] रह गये है। अल्पसंख्यको पर अत्याचार का विश्व मे दुसरा कोइ उदाहरन नहि मिलेगा। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) [[मुहम्मद इक़बाल]] ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में [[कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय]] के छात्र [[चौधरी रहमत अली]] ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए ''पाक्स्तान'' (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - [[पूर्वी पाकिस्तान]] और [[पश्चिमी पाकिस्तान]]। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई मे शर्मनाक हार के जिसमे पकिस्तान कि सेना ने आत्मसमर्प्न कर दिया था के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान [[बांग्लादेश]] बना और [[पश्चिमी पाकिस्तान]] पाकिस्तान रह गया।<ref>{{cite web|author=Parth R. Chauhan|title=An Overview of the Siwalik Acheulian & Reconsidering Its Chronological Relationship with the Soanian – A Theoretical Perspective|url=http://www.assemblage.group.shef.ac.uk/issue7/chauhan.html#distribution|work=Sheffield Graduate Journal of Archaeology|publisher=University of Sheffield|accessdate=27 मार्च 2014|archive-url=https://web.archive.org/web/20120104171240/http://www.assemblage.group.shef.ac.uk/issue7/chauhan.html#distribution|archive-date=4 जनवरी 2012|url-status=dead}}</ref><ref>{{cite book|author=Joseph Needham|title=A selection from the writings of Joseph Needham|year=1994|publisher=McFarland & Co|isbn=978-0-89950-903-7|quote=When the men of Alexander the Great came to Taxila in India in the fourth century BC they found a university there the like of which had not been seen in Greece, a university which taught the three Vedas and the eighteen accomplishments and was still existing when the Chinese pilgrim Fa-Hsien went there about AD 400.|page=24}}</ref><ref>{{cite book|author1=Hermann Kulke|author2=Dietmar Rothermund|title=A History of India|url=https://archive.org/details/historyindia00kulk|year=2004|publisher=Routledge|isbn=0-415-32919-1|quote=In the early centuries the centre of Buddhist scholarship was the University of Taxila.|page=[https://archive.org/details/historyindia00kulk/page/n169 157]}}</ref><ref>{{cite journal|author1=Balakrishnan Muniapan|author2=Junaid M. Shaikh|title=Lessons in corporate governance from Kautilya's Arthashastra in ancient India|journal=World Review of Entrepreneurship, Management and Sustainable Development 2007|year=2007|volume=3|issue=1|pages=50–61|doi=10.1504/WREMSD.2007.012130}}</ref><ref>{{cite book|author=Radha Kumud Mookerji|title=Ancient Indian Education: Brahmanical and Buddhist|edition=2nd|year=1951|origyear=reprint 1989|publisher=Motilal Banarsidass|isbn=81-208-0423-6|pages=478–479}}</ref>
 
== नाम का उदभव ==
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{{main|पाकिस्तान का इतिहास}}
 
वास्तव मे पकिस्तान का अपना कोइ इतिहास नही रहा है, बल्कि यह भारत का हिस्सा रहा है। आज के पाकिस्तानी भूभाग का मानवीय इतिहास कम से कम 5000 साल पुराना है,<ref>{{cite web|url=https://www.dawn.com/news/1312059|title=Pakistan: The lesser-known histories of an ancient land|access-date=10 सितंबर 2018|archive-url=https://web.archive.org/web/20180910204149/https://www.dawn.com/news/1312059|archive-date=10 सितंबर 2018|url-status=live}}</ref> यद्यपि इतिहास पाकिस्तान शब्द का जन्म सन् 19331947 में [[कैम्ब्रिजधर्मिक विश्वविद्यालय]]आधार के छात्रपर् [[चौधरीभारत रहमतका अलीविभाजन|भारत के विभाजन]] के द्वाराफलस्वरूप हुआ।हुआ आजथा।आज का पाकिस्तानी भूभाग कई संस्कृतियों का गवाह रहा है।
 
ईसापूर्व 3300-1800 के बीच यहाँ [[सिंधु घाटी सभ्यता|सिन्धुघाटी सभ्यता]] का विकास हुआ। यह विश्व की चार प्राचीन ताम्र-कांस्यकालीन सभ्यताओं में से एक थी। इसका क्षेत्र [[सिन्धु नदी]] के किनारे अवस्थित था पर [[गुजरात]] (भारत) और [[राजस्थान]] (भारत) में भी इस सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं। मोहेन्जो-दारो, हड़प्पा इत्यादि स्थल पाकिस्तान में इस सभ्यता के प्रमुख अवशेष-स्थल हैं। इस सभ्यता के लोग कौन थे इसके बारे में विद्वानों में मतैक्य नहीं है। कुछ इसे आर्यों की पूर्ववर्ती शाखा कहते हैं तो कुछ इसे [[द्रविड़]]। कुछ इसे [[बलोच भाषा और साहित्य|बलोची]] भी ठहराते हैं। इस मतभेद का एक कारण सिन्धु-घाटी सभ्यता की लिपि का नहीं पढ़ा जाना भी है।
 
ऐसा माना जाता है कि 1500 ईसापूर्व के आसपास [[आर्य|आर्यों]] का आगमन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों के मार्फ़त भारत में हुआ। आर्यों कामुल निवास स्थान कैस्पियन सागर के पूर्वी तथा उत्तरी हिस्सोंभारत में माना जाता है जहाँ से वे इसी समय के करीब ईरान, यूरोप और भारत की ओर चले गए थे। सन् 543 ईसापूर्व में पाकिस्तान का अधिकांश इलाका ईरान ([[फ़ारस|फारस]]) के [[हख़ामनी साम्राज्य]] के अधीन आ गया। लेकिन उस समय [[इस्लाम]] का उदय नहीं हुआ था; ईरान के लोग [[ज़रदोश्त]] के अनुयायी थे और देवताओं की पूजा करते थे। सन् 330 ईसापूर्व में मकदूनिया ([[यूनान]]) के विजेता [[सिकंदर|सिकन्दर]] ने [[दारा तृतीय]] को तीन बार हराकर हखामनी वंश का अन्त कर दिया। इसके कारण [[मिस्र]] से पाकिस्तान तक फैले हखामनी साम्राज्य का पतन हो गया और सिकन्दर पंजाब तक आ गया। ग्रीक स्रोतों के मुताबिक उसने सिन्धु नदी के तट पर भारतीय राजा पुरु (ग्रीक - पोरस) को हरा दिया। पर उसकी सेना ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया और वह भारत में प्रवेश किये बिना वापस लौट गया। इसके बाद उत्तरी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में यूनानी-बैक्ट्रियन सभ्यता का विकास हुआ। सिकन्दर के साम्राज्य को उसके सेनापतियों ने आपस में बाँट लिया। सेल्युकस नेक्टर सिकन्दर के सबसे शक्तिशाली उत्तराधिकारियों में से एक था।
 
[[मौर्य राजवंश|मौर्यों]] ने 300 ईसापूर्व के आसपास पाकिस्तान को अपने साम्राज्य के अधीन कर लिया। इसके बाद पुनः यह ग्रीको-बैक्ट्रियन शासन में चला गया। इन शासकों में सबसे प्रमुख मिनांदर ने [[बौद्ध धर्म]] को प्रोत्साहित किया। पार्थियनों के पतन के बाद यह फारसी प्रभाव से मुक्त हुआ। सिन्ध के [[राय राजवंश]] (सन् 489-632) ने इसपर शासन किया। इसके बाद यह उत्तर भारत के [[गुप्ता|गुप्त]] और फारस के [[सासानी साम्राज्य]] के बीच बँटा रहा।
 
सन् 712 में फारस के सेनापति [[मुहम्मद बिन क़ासिम]] ने सिन्ध के राजा को हरा दिया। यह फारसी विजय न होकर [[इस्लाम]] की विजय थी। बिन कासिम एक [[अरब]] था और पूर्वी ईरान में अरबों की आबादी और नियंत्रण बढ़ता जा रहा था। हालांकि इसी समय केन्द्रीय ईरान में अरबों के प्रति घृणा और द्वेष बढ़ता जा रहा था पर इस क्षेत्र में अरबों की प्रभुसत्ता स्थापित हो गई थी। इसके बाद पाकिस्तान का क्षेत्र इस्लाम से प्रभावित होता चला गया। पाकिस्तानी सरकार के अनुसार इसी समय 'पाकिस्तान की नींव' डाली गई थी। इसके 1192 में [[दिल्ली]] के सुल्तान [[पृथ्वीराज चौहान]] को हराने के बाद ही दिल्ली की सत्ता पर फारस से आए तुर्कों, अरबों और फारसियों का नियंत्रण हो गया। पाकिस्तान [[दिल्ली सल्तनत]] का अंग बन गया।
 
सोलहवीं सदी में मध्य-एशिया से भाग कर आए हुए [[बाबर]] ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया और पाकिस्तान [[मुग़ल साम्राज्य|मुगल साम्राज्य]] का अंग बन गया। मुगलों ने [[काबुल]] तक के क्षेत्र को अपने साम्राज्य में मिला लिया था। इस पुरे इलाके को महाराजा रनजीत सिन्ह ने जीत कर अपने राज्य मे मिला लिया। अठारहवीं सदी के अन्त तक विदेशियों (खासकर अंग्रेजों) का प्रभुत्व भारतीय उपमहाद्वीप पर बढ़ता गया। सन् 1857 के गदर के बाद सम्पूर्ण भारत अंग्रेजों के शासन में आ गया।
 
अंग्रेज़ों के शासन काल में, ख़ासकर पंजाब में कई विरोध आंदोलन हुए। इस दौरान पंजाब और सिंध में अच्छी ख़ासी हिंदू आबादी थी। पर जनतंत्र की मांग को लेकर और मुस्लिमों के अल्पमत में होने के कारण अलग मुस्लिम राष्ट्र की मांग होने लगी। पहले सन् 1930 में शायर [[मुहम्मद इक़बाल]] ने भारत के उत्तर-पश्चिमी चार प्रान्तों -सिन्ध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद)- को मिलाकर एक अलग राष्ट्र की मांग की थी। 1947 अगस्त में भारत के विभाजन के फलस्वरूप पाकिस्तान का जन्म हुआ। उस समय पाकिस्तान में वर्तमान पाकिस्तान और [[बांग्लादेश]] दोनों सम्मिलित थे। सन् 1971 में भारत के साथ हुए युद्ध में पाकिस्तान का पूर्वी हिस्सा (जिसे उस समय तक पूर्वी पाकिस्तान कहा जाता था) बांग्लादेश के रूप में स्वतंत्र हो गया।
 
== पकिस्तान का इस्लामीकरण ==
७११ ईस्वी में पाकिस्तान का पश्चिमी भाग हिंदू राजपूतों द्वारा शासित था। १०७६ इस्वी में गजनी ने राजा जयपाल शाही से इस क्षेत्र को जीत लिया। इसी समय बहुत सी हिंदू जातिया इस्लाम में जाने लगी। इनको अरबो द्वारा शेख का पद दिया गया।

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हिन्दुओं के धर्म परिवर्तन के कई कारण थे जिसमे इस्लामबलात केधर्म प्रति झुकावपरिवर्तन और आर्थिक दबाव प्रमुख थे। मुस्लिम शासकों शासन में संरक्षण और सामाजिक गतिशीलाता के कारण यह परिवर्तन हो पाया। इसका अन्य कारण जिजिया कर जो धिम्मी (काफ़िर) लोगो पर लगाया जाता था से भी बचा जा सकता था।तत्कालीन कठोर जाति व्यवस्था के कारण दलित जातीय, ऊँची हिंदू जातियों द्वारा सामाजिक अत्याचार अपमान से परेशान होकर सूफीयों द्वारा मुस्लिम बन गई।था।<ref>{{Cite web |url=http://publishing.cdlib.org/ucpressebooks/view?docId=ft067n99v9&brand=ucpress |title=संग्रहीत प्रति |access-date=29 सितंबर 2011 |archive-url=https://web.archive.org/web/20171011123234/http://publishing.cdlib.org/ucpressebooks/view?docId=ft067n99v9&brand=ucpress |archive-date=11 अक्तूबर 2017 |url-status=live }}</ref> <br />
हिंदू जातियों का मुस्लिम परिवर्तन मुख्यत: १३ वी और १४ वी सदी में हुआ था। मुस्लिम आक्रांताओं की विजय का इसमे बहुत प्रभाव था।<ref>Punjabi Musalmans by J.M.Wikeley, Manohar 1991, p4</ref>
उच्च हिंदू जातियाँ भी मुस्लिम धर्म में आर्थिक, राजनैतिक फायदे के कारण आ गई लेकिन फिर भी उनका सामाजिक ढांचा पूर्ववत ही बना रहा। ये परिवर्तन सामूहिक हुए थे जिसके द्वारा सम्पूर्ण जाति को बचाये जाने की धारणा थी।
<ref>The Discovery of India by Jawaharlal Nehru, Oxford Uni. Press 1985, p266</ref>
 
== भूगोल ==
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== अर्थव्यवस्था ==
 
पाकिस्तान एक विकासशीलगरिब देश है। सन् 20072020 तक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 7 प्रतिशत की वार्षिक दर से घट रही थी। यहाँ की मुद्रा [[पाकिस्तानी रुपया]] है, जो पैसे में बाँटा जा सकता है। एक अमरीकी डालर की कीमत लगभग 104१५६ पाकिस्तानी रुपये (सन् २००६२०२१) हैं। सन् 20052020 तक पाकिस्तान पर 2402040 अरब अमेरिकी डॉलर का विदेशी कर्ज था जो अमेरिका द्वारा दिए गए ऋणमाफ़ी और अन्य संस्थाओं द्वारा दिए गए वित्तीय मदद के कारण कम होता जा रहा है पर अब अमेरिका पाकिस्तान की कोई सहायता नहीँ करेगा।
 
यहाँ की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान कम होता जा रहा है। आज कृषि सकल घरेलू उत्पाद का मात्र 2 फ़ीसदी हिस्सा है जबकि 3 फ़ीसदी सेवा क्षेत्र से आता है। लेकिन राजनीतिक उथल-पुथल के कारण आज यह दिवालिया होने के कगार पर आ गयागया।
 
== पाकिस्तानी राजनैतिक दल ==
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हॉकी यहाँ का राष्ट्रीय खेल है। ट्वेन्टी-ट्वेन्टी विश्व कप 2009 में जीता था इसी कारण क्रिकेट की लोकप्रियता बहुत अधिक है। देश की [[पाकिस्तानी क्रिकेट|क्रिकेट टीम]] ने एक बार [[आईसीसी क्रिकेट विश्व कप|विश्व कप]] (सन् १९९२ में) जीता है। पाकिस्तान में क्रिकेट बहोत लोकप्रिय खेल है।
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
 
* [[wikt:पाकिस्तान]] (विक्षनरी)
 
== सन्दर्भ ==
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== सरकारीबाहरी कड़ियाँ ==
* [https://www.youtube.com/watch?v=CqP2fiqlVok भूगोल]
* [[wikt:पाकिस्तान]] (विक्षनरी)
* [https://web.archive.org/web/20190809151233/http://www.pakistan.gov.pk/ पाकिस्तान सरकार]
* [https://web.archive.org/web/20190928235952/http://www.tourism.gov.pk/ पाकिस्तान पर्यटन]