"वैष्णव सम्प्रदाय": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
Innocentbunny के अवतरण 5140009पर वापस ले जाया गया : Reverted (ट्विंकल)
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना
पंक्ति 1:
{{निर्माणाधीन|date=मार्च 2021}}
{{सफाई|reason=पृष्ठ पर सूचना असंगठित रूप है मौजूद है, एवं इसे विकिफ़ाइ करने की आवश्यकता है।|date=मार्च 2021}}
'''वैष्णव सम्प्रदाय''', ये संप्रदाय श्री कृष्ण ओर वृस्नी वंशी अहीर यादव द्वारा बनाया गया संप्रदाय हे इस संप्रदाय में अधिकतर अहीर यादव ही पुजारी होते हे जी श्री विष्णु के अवतारों की पूजा करते हे [1]भगवान [[विष्णु और उनके स्वरूपों]] को [[आराध्य]] मानने वाला सम्प्रदाय है।<ref>{{Cite web|url=https://aajtak.intoday.in/education/story/history-of-vaishnavism-and-important-facts-1-769785.html|title=वैष्णव धर्म का इतिहास और महत्‍वपूर्ण तथ्‍य|website=aajtak.intoday.in|language=hi|access-date=2019-09-11|archive-url=https://web.archive.org/web/20171020072302/http://aajtak.intoday.in/education/story/history-of-vaishnavism-and-important-facts-1-769785.html|archive-date=20 अक्तूबर 2017|url-status=live}}</ref> इसके अन्तर्गत मूल रूप से चार संप्रदाय आते हैं। मान्यता अनुसार पौराणिक काल में विभिन्न देवी-देवताओं द्वारा वैष्णव महामंत्र दीक्षा परंपरा से इन संप्रदायों का प्रवर्तन हुआ है। वर्तमान में ये सभी संप्रदाय अपने प्रमुख आचार्यो के नाम से जाने जाते हैं। यह सभी प्रमुख आचार्य दक्षिण भारत में जन्म ग्रहण किए थे। जैसे:-
'''(१) श्री सम्प्रदाय''' जिसकी आद्य प्रवरर्तिका विष्णुपत्नी महालक्ष्मीदेवी और प्रमुख आचार्य रामानुजाचार्य हुए। जो वर्तमान में '''रामानुजसम्प्रदाय''' के नाम से जाना जाता है।