"व्यक्तित्व": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
रोहित साव27 (वार्ता | योगदान) छो Praty Thakur (Talk) के संपादनों को हटाकर Jagjeet Asir के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
छो आलपोर्ट के अनुसार टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 58:
आलपोर्ट (1939) के अनुसार,
:''"व्यक्ति के भीतर विद्यमान मनो दैहिक व्यवस्थाओं का वह गतिशील स्वरूप जो उसके परिवेश में उसके विलक्षण समंजन का निर्धारक हो ,उसका व्यक्तित्व कहलाता है।"यहां ध्यान देना होगा कि व्यक्तित्व द्वारा व्यक्ति के अद्वितीय 'समंजन ' निर्धारण होता है तथा एक व्यवस्था के रूप में वह उसके गतिशील स्वरूप का परिचायक है।''
== व्यक्तित्व के निर्धारक ==
|