"जीन": अवतरणों में अंतर
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[[गुणसूत्र]]ों पर स्थित [[डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल|डी.एन.ए.]] (D.N.A.) की बनी वो अति सूक्ष्म रचनाएं जो [[आनुवंशिकी|अनुवांशिक]] लक्षणों का धारण एवं उनका एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानान्तरण करती हैं, '''जीन''' (gene) '''वंशाणु''' या '''पित्रैक''' कहलाती हैं।
जीन, डी एन ए के [[न्यूक्लियोटाइड]]ओं का ऐसा अनुक्रम है, जिसमें सन्निहित कूटबद्ध सूचनाओं से अंततः [[प्रोटीन]] के [[संश्लेषण]] का कार्य संपन्न होता है। यह अनुवांशिकता के बुनियादी और कार्यक्षम घटक होते हैं। यह यूनानी भाषा के शब्द जीनस से बना है।
जीन आनुवांशिकता की मूलभूत शारीरिक इकाई है। यानि इसी में हमारी आनुवांशिक विशेषताओं की जानकारी होती है जैसे हमारे बालों का रंग कैसा होगा, आंखों का रंग क्या होगा या हमें कौन सी बीमारियां हो सकती हैं। और यह जानकारी, कोशिकाओं के केन्द्र में मौजूद जिस तत्व में रहती है उसे डी एन ए कहते हैं। जब किसी जीन के [[डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल|डीएनए]] में कोई स्थाई परिवर्तन होता है तो उसे [[उत्परिवर्तन|म्यूटेशन]] या[[उत्परिवर्तन]] कहा जाता है। यह कोशिकाओं के विभाजन के समय किसी दोष के कारण पैदा हो सकता है या फिर पराबैंगनी विकिरण की वजह से या रासायनिक तत्व या वायरस से भी हो सकता है।
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Gene(जीन):-
* =Lethal gene(घातक जीन):>
वे जीन जिनकी उपस्थिति जीवों के लिए घातक होती है, lethal gene या घातक जीन कहलाती हैं।
* Lethal gene two type की होती है -
(1) प्रभावी घातक जीन
(2) अप्रभावी घातक जीन
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