"समन्वय": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो 2409:4053:D89:94C3:BF6A:CA4C:FF7:BD8A (वार्ता) द्वारा किए बदलाव को रोहित साव27 के बदलाव से पूर्ववत किया
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना SWViewer [1.4]
पंक्ति 1:
{{स्रोतहीन|date=सितंबर 2014}}{{स्रोत कम}}
किसी संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उसकी विभिन्न क्रियाओं में सांमजस्य व तालमेल स्थापित करना ‘समन्वय’ कहलाता है। यह प्रबन्ध का वह कार्य है जो किसी संस्था के विभिन्न विभागों, कर्मचारियों तथा उसके समूहों में इस ghnbhggप्रकार एकीकरण स्थापित करता है कि न्यूनतम लागत पर वाछिंत उद्देश्यों की पूर्ति में सहायता मिलती है।
सके समूहों में इस प्रकार एकीकरण स्थापित करता है कि न्यूनतम लागत पर वाछिंत उद्देश्यों की पूर्ति में सहायता मिलती है।
 
‘समन्वय प्रबन्ध का सार है।’ सार किसी वस्तु की आन्तरिक प्रकृति अथवा उसके महत्वपूर्ण गुण का नाम है। '''समन्वय''' वह महत्वपूर्ण तत्व है जिससे प्रबन्ध प्रक्रिया का निर्माण होता है। यह नियोजन की अवस्था में ही प्रारम्भ हो जाता है तथा संगठन, निर्देशन, नियन्त्रण आदि सभी कार्यों के साथ चलता है। समन्वय से ही प्रबन्ध निम्न वांछित परिणाम उपलब्ध कर पाता है जैसे-