"रेखांश": अवतरणों में अंतर
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[[पृथ्वी]] के तल पर स्थित किसी स्थान की भौगोलिक स्थिति बताने के लिए उस स्थान के [[अक्षांश रेखाएँ|अक्षांश]] (latitude) और देेेशान्तर (Longitude) का मान बताया जाता है। किसी स्थान का रेखांश, धरातल पर उस स्थान की पूर्व-पश्चिम स्थित को बताता है। परम्परानुसार, सभी स्थानों के रेखांश को [[प्रधान यामोत्तर]] के सापेक्ष अभिव्यक्त किया जाता है।
प्रधान यामोत्तर ([[गीनीच रेखा]]) के सभी बिन्दुओं का रेखांश शून्य डिग्री (माना गया) है। धरती पर स्थित किसी स्थान को दोनों ध्रुवों से मिलाने वाला समतल, ग्रीनिच समतल से जितना कोण बनता है, वह कोण उस स्थान का रेखांश होगा। रेखांश का मान शून्य से लेकर १८० तक होता है। इस संख्या के अलावा 'पूर्व' और 'पश्चिम' भी बताया जाता है। उदाहरण के लिए, [[उत्तर प्रदेश]] के [[मिर्ज़ापुर|मिर्जापुर]] का रेखांश 82.5 '''
[[चित्र:WorldMapLongLat-eq-circles-tropics-non.png|thumb|center|500px|इस चित्र में धरती, उस पर स्थित देश/समुद्र आदि, अक्षांश रेखाएँ तथा कुछ प्रमुख [[यामोत्तर|यामोत्तर रेखाएँ]] दर्शायीं गयीं हैं।]]
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