"संत तुकाराम": अवतरणों में अंतर

Rescuing 1 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.8
No edit summary
पंक्ति 50:
संत तुकाराम ने इस बात पर बल दिया है कि सभी मनुष्य परमपिता ईश्वर की संतान हैं और इस कारण समान हैं।
संत तुकाराम द्वारा 'महाराष्ट्र धर्म' का प्रचार हुआ जिसके सिद्धांत भक्ति आंदोलन से प्रभावित थे। महाराष्ट्र धर्म का तत्कालीन सामाजिक विचारधारा पर बहुत गहरा प्रभाव पङा। यद्यपि इसे जाति और वर्णव्यवस्था पर कुठाराघात करने में सफलता प्राप्त नहीं हुई, किंतु इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि समानता के सिद्धांत के प्रतिपादन द्वारा इसके प्रणेता वर्णव्यवस्था को लचीला बनाने में अवश्य सफल हुए। महाराष्ट्र धर्म का उपयोग श्रीमंत छत्रपती शिवाजी महाराज ने सभी वर्ग को एकसूत्र में बाँधने के लिए किया।
 
== संत तुकाराम से संबंधित मराठी भाषा में चयनित पीएच.डी. प्रबंध सूची <ref>{{Cite web|url=https://www.dnyansagar.in/2021/03/Sant-Tukaram.html|title=संत तुकाराम से संबंधित चयनित ग्रंथ, पीएच.डी. डी शोध प्रबंध, फिल्में - वीडियो, सूचना के अन्य स्रोत}}</ref> ==
 
* १. संत तुकाराम आणि महात्मा बसवेश्वर यांच्या भक्तीकाव्याचा तुलनात्मक अभ्यास
* २. श्री संत तुकाराम व्यक्तित्व व कवित्व
* ३ संत तुकाराम : व्यक्ती आणि वाण्ग्मय
* ४ संत तुकाराम महाराजांच्या अभंगातील लोकजीवन संदर्भ आणि चिंतन : एक अभ्यास
* ५ संत तुकाराम महाराजांच्या अभंगातील अनौपचारिक मूल्यशिक्षणाचा अभ्यास
* ६ संत तुकाराम महाराज आणि त्यांची विठ्ठलभक्ती
* ७. संत तुकाराम आणि संत रामदास यांच्या साहित्यातील मुल्यविचारांचाअभ्यास
* ८. संत ज्ञानेश्वर, संत तुकाराम व संत रामदास यांच्यासाहित्यात प्रतिबिंबित झालेले चित्तवृतीनिरोधाचे मार्ग
* ९. संत एकनाथ व संत तुकाराम यांचा अनुबंध : एक अभ्यास
* १०. संत तुकाराम महाराजांचे तत्वज्ञान एक चिकित्सक अभ्यास
* ११. संत तुकारामांच्या गाथेवरील स्वातंत्र्योत्तर  समीक्षेचा अभ्यास
* १२. संत तुकाराम गाथा – लोकतत्वीय अभ्यास
* १३. मराठी साहित्यात प्रतिबिंबित झालेले संत तुकारामांचे व्यक्तिमत्व
* १४. संत साहित्यातील कल्याणाच्या अर्थशास्त्राचा एक तौलनिक अभ्यास : विशेष संदर्भ – संत तुकाराम ,ज्ञानेश्वर, एकनाथ व नामदेव
* १५. संत तुकारामांची गौळण रचना : स्वरूप आणि चिकित्सा
 
== इन्हें भी देखें ==