"वज्रासन": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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इसके करने से अपचन, अम्लपित्त, गैस, कब्ज की निवृत्ति होती है। भोजन के बाद 5 से लेकर 15 मिनट तक करने से भोजन का पाचक ठीक से हो जाता है। वैसे दैनिक योगाभ्यास मे 1-3 मिनट तक करना चाहिए।
घुटनों की पीड़ा को दूर करता है।इसके करने से आप पाते है वीर्य वृद्धि ओर ब्रह्मचार्य की सुरक्षा।
* [https://hindileaks.in/vajrasana-yoga-benefits-in-hindi/ vajrasana] एक ऐसा आसान है जिसे हम खाना खाने के बाद भी कर सकते हैं.
* वज्रासन करने से हमारे शरीर का ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है.
* दोस्तो आपको कप, एसिडिटी, अल्सर अपचन संबंधित समस्या है. तो आपको vajrasana yoga रोज करना चाहिए
* vajrasana yoga करने से हमारे शरीर को काफी हद तक ऊर्जा मिलती है
* जीन लोगो को थोड़ा सा चलने भर से पैरों में दर्द राहता है. उन्हे vajrasana yoga नियमित करना चाहिए. इससे आपके पैरों को राहत मिलेगी
* वज्रासन पैरो और कंधो की मांसपेशियों को मजबूत करता है.
* पीलिया जैसी बीमारी को दूर होंगी.
* गठियो की समस्या दूर होगी.
* सफेद बालों से छुटकारा मिलेगा.
* गैस कम होगी.
* फेफड़ों के रोगों से छुटकारा मिलेगा.
* हड्डियों को वज्र समान माजुब करता है vajrasana yoga
* पाचन शक्ति को मजबुत करता है.
* पीठ के दर्द को जड़ से कम करता है वज्रासन.
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