"इस्लाम": अवतरणों में अंतर

No edit summary
पंक्ति 105:
{{मुख्य|इस्लाम का इतिहास}}
=== पैगंबर मुहम्मद सल्ललाहु अलैही व सल्लम ===
{{main|मुहम्मद सल्ललाहु अलैही व सल्लम }}
[[चित्र:Cave Hira.jpg|thumb|मक्का के पास स्थित हिरा की गुफा जहां पैगम्बर मुहम्मद सल्ललाहु अलैही व सल्लम साहब को ईश्वर से पहला सन्देश मिला था।]]
पैगंबर [[मुहम्मद]] सल्ललाहु अलैही व सल्लम (५७०-६३२) को [[मक्का]] की पहाड़ियों में कुरान का ज्ञान 610 के आसपास प्राप्त हुआ। जब उन्होंने उपदेश देना आरंभ किया तब मक्का के समृद्ध लोगों ने इसे अपनी सामाजिक व्यवस्था पर खतरा समझा और उनका विरोध किया। अंत में ६२२ में उन्हें अपने अनुयायीयों के साथ मक्का से [मदीना] के लिए कूच करना पड़ा। इस यात्रा को हिजरी(हिजरत)कहा जाता है और यहीं से इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत होती है। मदीना के लोगों की ज़िंदगी आपसी लड़ाईयों से परेशान सी थी और हजरत मुहम्मद सल्ललाहु अलैही व सल्लम साहब के संदेशों ने उन्हें वहाँ बहुत लोकप्रिय बना दिया। मक्का में स्थित [[काबा]] को इस्लाम का पवित्र स्थल घोषित कर दिया गया। ६३२ में पैगम्बर मुहम्मद सल्ललाहु अलैही व सल्लम साहब का देहांत हो गया। पर उनकी मृत्यु तक इस्लाम के प्रभाव से अरब के सारे कबीले एक राजनीतिक और सामाजिक सभ्यता का हिस्सा बन गये थे। इस के बाद इस्लाम में [[ख़िलाफ़त|खिलाफत]] का दौर शुरु हुआ।