"वज्रासन": अवतरणों में अंतर

छो वज्रासन करने की विधि
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==विधि==
 
प्राय: योगाचार्यों ने बहुत हीविभिन्न महत्वपूर्ण [https://hindisaphar.com/%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87/types-of-yoga/ '''योगासनों'''] का वर्णन भिन्न-भिन्न रोगों के निवारणार्थ किया है, वरन वज्रासन उनमे सबसे सरल और सभी उम्र के लोगों के करने योग्य है। यह एक मात्र आसन है जिसका अभ्यास भोजन के बाद भी सुरक्षित रूप से कर सकते हैं। यह मुद्रा पाचन को बढ़ावा देती है। अपने घुटनों पर खड़े हो जाओ। पीछे की ओर जाकर कूल्हों को एड़ियों पर टिकाकर बैठ जाएं। अपने सिर को सीधा रखें और अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखें। अपनी आंखें बंद करें और सांस लेने और छोड़ने पर ध्यान दें। शुरूआती दिनों में इस स्थिति का 5 से 10 मिनट तक अभ्यास करें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर 20-30 मिनट करें। वज्रासन पाचन तंत्र को मजबूत करता है और इससे जुड़े रोग भी धीरे-धीरे ठीक हो जाते हैं। जो लोग लंबे समय तक अपने पैरों को मोड़कर नहीं बैठ सकते हैं वे वज्रासन की स्थिति में बैठ सकते हैं और कुछ देर आराम कर सकते हैं।
 
== खाने के बाद कैसे करें वज्रासन? ==