"हाथी मेरे साथी (1971 फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो |
No edit summary टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 16:
'''हाथी मेरे साथी''' 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्देशन एम॰ ए॰ तिरुमुगम ने किया, पटकथा [[सलीम-जावेद]] ने लिखी और संवाद [[इंदर राज आनंद]] ने लिखें। यह फिल्म 1971 की सबसे ज्यादा व्यावसायिक सफलता अर्जित करने वाली फिल्म थी। इसमें [[राजेश खन्ना]] और [[तनुजा]] मुख्य भूमिकाओं में हैं।
यह उस समय की किसी दक्षिण भारतीय निर्माता द्वारा बनाई गई सबसे सफल हिन्दी फिल्म थी। इसमें [[लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल]] द्वारा संगीत और [[आनंद बख्शी]] के बोल थे। फिल्म की विशेषता है फिल्म के अंत में आया एक गीत "नफरत की दुनिया" है जिसे महान गायक मौहम्मद रफ़ी ने गाया है। ये गीत फिल्म के सभी गीतों पर भारी पड़ा और फिल्म की सफलता में इस गीत का सबसे बड़ा योगदान रहा। फिल्म सलीम-जावेद ([[सलीम खान]] और [[जावेद अख्तर]]) की पहली सहभागिता भी थी, जिन्हें आधिकारिक तौर पर पटकथा लेखकों के रूप में श्रेय दिया गया।<ref>{{cite news |title=82 साल के हुए सलमान के पापा सलीम खान, लव मैरिज के बाद इस एक्ट्रेस से रचाई थी दूसरी शादी |url=https://zeenews.india.com/hindi/entertainment/bollywood/birthday-special-salim-khan-turns-82-years-old-on-24-november/471219 |accessdate=5 अप्रैल 2019 |work=[[ज़ी न्यूज़]] |date=23 नवम्बर 2018 |language=}}</ref>
== संक्षेप ==
|