"गंगा नदी": अवतरणों में अंतर

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== सहायक नदियाँ ==
{{main|गंगा की सहायक नदियाँ}}
[[File:Devprayag Bhagirathi Alaknanda.jpg|thumb|256px|right|देवप्रयाग में भागीरथी (बाएँ) एवं अलकनंदा (दाएँ) मिलकर गंगा का निर्माण करती हुईं]] गंगा में उत्तर की ओर से आकर मिलने वाली प्रमुख सहायक नदियाँ [https://psenpat.blogspot.com/2020/08/yamuna-river.html यमुना नदी], राम गंगा <ref>{{Cite web|url=https://mysarkari-result.com/essay-on-ganga-river/|title=Short Essay of Ganga River in Hindi|last=|first=|date=|website=mysarkari-result.com|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}{{Dead link|date=जनवरी 2021 |bot=InternetArchiveBot }}</ref>, करनाली ([https://psenpat.blogspot.com/2020/09/Saryu-River.html सरयू]), [https://psenpat.blogspot.com/2020/09/tapti-nadi.html ताप्ती नदी], गंडक, [https://psenpat.blogspot.com/2020/10/kosi-river-hindi.html कोसी नदी] और काक्षी हैं तथा दक्षिण के पठार से आकर इसमें मिलने वाली प्रमुख नदियाँ [https://psenpat.blogspot.com/2020/03/chambal-river.html चम्बल नदी], [https://psenpat.blogspot.com/2020/09/son-nadi.html सोन नदी], [https://psenpat.blogspot.com/2021/07/betwa-river.html बेतवा नदी], केन नदी, दक्षिणी टोस आदि हैं। यमुना, गंगा की सबसे प्रमुख सहायक नदी है जो हिमालय की बन्दरपूँछ चोटी के आधार पर यमुनोत्री हिमखण्ड से निकली है।<ref>{{cite web |url= http://bharat.gov.in/knowindia/rivers.php|title=भारत के बारे में जानो|access-date=[[२१ जून]] [[२००९]]|format=|publisher=भारत सरकार|language=}}</ref><ref>{{cite web |url= http://bharatbhraman.agoodplace4all.com/भारत-की-प्रमुख-नदियाँ/ |title=भारत की प्रमुख नदियाँ|access-date=[[२१ जून]] [[२००९]]|format=|publisher=भारत भ्रमण|language=}}</ref> हिमालय के ऊपरी भाग में इसमें टोंस<ref>{{cite web |url= http://hindi.indiawaterportal.org/?q=content/उत्तराखंड-की-प्रमुख-नदियाँ |title=उत्तराखंड की प्रमुख नदियाँ|access-date=[[२१ जून]] [[२००९]]|format=|publisher=इंडिया वाटर पोर्टल |language=}}</ref> तथा बाद में [[लघु हिमालय]] में आने पर इसमें गिरि और आसन नदियाँ मिलती हैं। चम्बल, बेतवा, शारदा और केन यमुना की सहायक नदियाँ हैं। चम्बल इटावा के पास तथा बेतवा हमीरपुर के पास यमुना में मिलती हैं। [[यमुना]] [[प्रयागराज]] के निकट बायीं ओर से गंगा नदी में जा मिलती है। रामगंगा मुख्य हिमालय के दक्षिणी भाग [[नैनीताल]] के निकट से निकलकर [[बिजनौर जिला|बिजनौर जिले]] से बहती हुई [[कन्नौज]] के पास गंगा में मिलती है। करनाली नदी मप्सातुंग नामक हिमनद से निकलकर [[अयोध्या]], [[फैजाबाद]] होती हुई [[बलिया जिला|बलिया जिले]] के सीमा के पास गंगा में मिल जाती है। इस नदी को पर्वतीय भाग में कौरियाला तथा मैदानी भाग में [[सरयू]] कहा जाता है। [[गंडक]] हिमालय से निकलकर [[नेपाल]] में शालीग्राम नाम से बहती हुई मैदानी भाग में नारायणी नदी का नाम पाती है। यह काली गंडक और त्रिशूल नदियों का जल लेकर प्रवाहित होती हुई सोनपुर के पास गंगा में मिलती है। [[कोसी]] की मुख्यधारा अरुण है जो गोसाई धाम के उत्तर से निकलती है। [[ब्रह्मपुत्र]] के घाटी के दक्षिण से सर्पाकार रूप में अरुण नदी बहती है, जहाँ यारू नामक नदी इससे मिलती है। इसके बाद [[एवरेस्ट]] के [[कंचनजंघा]] शिखरों के बीच से बहती हुई यह दक्षिण की ओर ९० किलोमीटर बहती है, जहाँ पश्चिम से सूनकोसी तथा पूरब से तामूर कोसी नामक नदियाँ इसमें मिलती हैं। इसके बाद कोसी नदी के नाम से यह [[शिवालिक]] को पार करके मैदान में उतरती है तथा बिहार राज्य से बहती हुई गंगा में मिल जाती है। [[अमरकंटक]] पहाड़ी (मध्यप्रदेश) से निकलकर सोन नदी [[पटना]] के पास गंगा में मिलती है। मध्य-प्रदेश के [[मऊ]] के निकट जनायाब पर्वत से निकलकर [[चम्बल नदी]] [[इटावा]] से ३८ किलोमीटर की दूरी पर यमुना नदी में मिलती है। बेतवा नदी मध्य प्रदेश में [[भोपाल]] से निकलकर उत्तर [[हमीरपुर]] के निकट यमुना में मिलती है। भागीरथी नदी के बाएँ किनारे से मिलने वाली अनेक नदियों में बाँसलई, द्वारका, मयूराक्षी, रूपनारायण, कंसावती और रसूलपुर प्रमुख हैं। जलांगी और माथा भाँगा या चूनीं बाएँ किनारे से मिलती हैं जो अतीत काल में गंगा या पद्मा की शाखा नदियाँ थीं। किन्तु ये वर्तमान समय में गंगा से पृथक होकर वर्षाकालीन नदियाँ बन गई हैं।
सहायक नदी
1 महाकाली