"विद्युत": अवतरणों में अंतर

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विद्युत आवेशों के मौजूदगी और बहाव से जुड़े भौतिक परिघटनाओं के समुच्चय को '''विद्युत''' (Electricity) कहा जाता है।अर्थात् इसे न तो देखा जा सकता है व न ही छुआ जा सकता है केवल इसके प्रभाव के माध्यम से महसुस किया जा सकता है| विद्युत से जानी-मानी घटनाएं जुड़ी है जैसे कि [[तडित]], [[स्थैतिक विद्युत]], [[विद्युतचुम्बकीय प्रेरण]], तथा [[विद्युत धारा]]। इसके अतिरिक्त, विद्युत के द्वारा ही [[विद्युतचुम्बकीय तरंग|वैद्युतचुम्बकीय तरंगो]] (जैसे [[रेडियो तरंग]]) का सृजन एवं प्राप्ति सम्भव होता है?
 
विद्युत के साथ [[चुम्बक]]त्व जुड़ी हुई घटना है।<ref>{{Cite web|url=https://ncert.nic.in/textbook/pdf/jhsc112.pdf|title=विद्युत - NCERT|date=22 July 2021}}</ref> विद्युत आवेश [[विद्युत क्षेत्र|वैद्युतचुम्बकीय क्षेत्र]] पैदा करते हैं। विद्युत क्षेत्र में रखे विद्युत आवेशों पर बल लगता है।
 
समस्त विद्युत का आधार [[इलेक्ट्रॉन]] हैं। क्योंकि इलेक्ट्रॉन हल्के होने के कारण ही आसानी से स्थानांतरित हो पाते हैं। इलेक्ट्रानों के हस्तानान्तरण के कारण ही कोई वस्तु आवेशित होती है। आवेश की गति की दर [[विद्युत धारा]] है। विद्युत के अनेक प्रभाव हैं जैसे चुम्बकीय क्षेत्र, [[ऊष्मा]], रासायनिक प्रभाव आदि।