"गुरु": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
→कबीर सागर में सच्चे गुरु की पहचान: कबीर जी परमेश्वर नहीं थे, वो एक महान संत थे। टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
→कबीर सागर में सच्चे गुरु की पहचान: कथनी और करनी के बीच की दूरी को खत्म किया है। टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 33:
सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है।
दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन-कर्म-वचन से करता है अर्थात् उसकी कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं होता।
तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयाईयों से समान व्यवहार करता है,
|