"गुरु": अवतरणों में अंतर

→‎कबीर सागर में सच्चे गुरु की पहचान: कबीर जी परमेश्वर नहीं थे, वो एक महान संत थे।
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→‎कबीर सागर में सच्चे गुरु की पहचान: कथनी और करनी के बीच की दूरी को खत्म किया है।
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सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है।
 
दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन-कर्म-वचन से करता है अर्थात् उसकी कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं होता।
 
और करनी में कोई अन्तर नहीं होता।
 
तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयाईयों से समान व्यवहार करता है,
"https://hi.wikipedia.org/wiki/गुरु" से प्राप्त