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'''मलाइका''' ([[अरबी]] - ملائكة)- यह एक अरबी शब्द है, एक वचन ''मलक'' (ملک) और बहुवचन ''मलाइका'' (ملائکہ) है। इन को फ़ारसी और उर्दू भाशा में फ़रिश्ते भी कहा जाता है। एकवचन ''फ़रिश्ता'' बहुवचन ''फ़रिश्ते''। अर्थात देवदूत।
 
==क़ुरान में मलाइका का प्रस्ताव:- ==
[[क़ुरआन|क़ुरान]] और [[हदीस]] में मलाइका का प्रस्ताव आया है। निम्न मलाइका के नाम देखे जा सकतेजासक्ते हैं।
 
* [[जिब्राईल|जिब्रील]] या जिब्रईल -
• जिब्रील या जिब्राईल – अम्बिया और रसूलों के पास पैगाम पहुँचाना | लास्करों कि मदद करना दुश्मनों को हलाक करना |
* [[इस्राफ़ील]] - प्रळय के समय ये मलक "सूर" (एक प्रकार का बाजा - जिस को बजाने से प्रळय संभवित होती है) या "प्रळय नाद" फूंकने वाला।
• इस्राफ़ील – यह फरिस्ता कयामत के दिन सूर फूंकने का कम करेगा |
* [[मीकाईल]] - [[बरसात|बारिश]] बरसाने वाला फरिश्ता
* [[अज़्राईल]] या इज़्राईल - इस मलक का काम मृत्यु प्रदान करना।
• इज़्राईल – इस फ़रिश्ते का काम रूह निकलना है इन्सान की रूह को उसके जिसमे से निकालना।
* हारूत - मारूत
• हारूत – मारूत – यह आजमाईस के लिए दुनिया में भेजे गए फ़रिश्ते हैं |
* किरामुन कातिबून -- यह मलाइका मानव के कर्म लिखते रहते हैं।
* मुनकर - नकीर -- मृत्यु के बाद क़ब्र (समाधी) में सवाल पूछने वाले फ़रिश्ते।
* मालिक -- जहन्नम या दोज़ख (नरक) का फ़रिश्ता।
 
==यह भी देखिये==