"मृगनयनी": अवतरणों में अंतर

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एक दिन राजा मानसिंह शिकार खेलने राई गाँव पहुँचे। निम्‍मी के सौन्दर्य और शिकार मे लक्ष्‍यवेध से मुग्‍ध होकर [[विवाह]] करके उसे ग्‍वालियर ले गये।
 
अटलनिन्नी गूजर थाथी और लाखीराजा अहीर।क्षत्रिय इसलिये गाववालों ने अटलमान सिंह और लाखीगुज्जरी के विवाह का विरोध किया। पुजारी ने उनका विवाह नही कराया । वे नटों के दल के साथ नरवर के किले की तरफ आ गये। लाखी को नटों के षडयंत्र का पता लग गया, इसलिए उसने उनके षडयन्त्र को विफल कर उन्‍हे समाप्‍त कर दिया। महाराजा मानसिंह अटल और लाखी को ले गए और ग्‍वालियर मे उनका विवाह हुआ ।
 
निम्मी, विवाह के पश्‍चात 'मृगनयनी' के नाम से प्रसिद्ध हुई। मृगनयनी के पहले राजा के आठ पत्नियाँ थीं जिनमे सुमनमोहिनी सबसे बड़ी थी। सुमनमोहिनीइसी के सौतियापुत्र डाहको कीराजगद्दी झेलतेमिली हुए,क्योंकि मृगनयनीनिन्नी राजानिचली को कर्तव्‍यपथजाती की ओर अग्रसर होने के लिएकारण प्रेरणाइसके देतीपुत्र रही।को मृगनयनीराजगद्दी मेना चित्रकलादेकर औरकुछ संगीतकलागांव कादिए अध्‍ययनजिससे प्रारम्‍भनाराज कियाहोकर औरनिन्नी मानसिंहअपने नेपुत्रों भीको चित्रकला,लेकर संगीतकला,चली मूर्तिकलागयी और भवनवहीं निर्माणकलासे केगुज्जरों विकासमैं मेतँवर हाथ बढाया। [[नरवर दुर्ग|नरवर के किले]] पर [[सिकन्‍दर लोदी]] का आक्रमण हुआ। मृगनयनी ने कला के साथ कर्तव्यगोत्र की प्रेरणा भी राजा को दी। मृगनयनी के कहने से सुमनमोहिनी का पुत्र विक्रमसिंह राज्‍याधिकारीशुरुआत हुआ।हुई
 
==सन्दर्भ==