"भिंड ज़िला": अवतरणों में अंतर

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मानहड ग्राम देश का भदौरियो का सबसे बड़ा गांव है। कुछेक गांव भिंड नगर पालिका में आ गये है साथ ही अटेर के आस पास के गांव बीहड़ क्षेत्र में आते है। मेहगांव तहसील के गाँवों की भूमि का स्तर सीधा है, और भूमि अधिक उपजाऊ है ।
 
== ज़िले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ==
स्वर्गीय श्री लक्ष्मी नारायण शर्मा पुत्र स्वर्गीय श्री राम हंस शर्मा, ग्राम अतरसुमा, तहसील और जिला भिंड, मध्य प्रदेश का जन्म वर्ष 1918 में हुआ था। उनका नाम भिंड जिला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रजिस्टर क्रमांक 73 पर दर्ज है। 16 वर्ष 8 माह की आयु में उन्होंने वर्ष 1934 में ग्वालियर राज्य मध्य विद्यालय की परीक्षा (रोल नं. 1323) अंकगणित में ऑनर्स के साथ द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण की थी। उन्होंने अगस्त क्रांति (भारत छोड़ो आंदोलन) में सक्रिय रूप से भाग लिया था और तत्कालीन मध्य भारत (ग्वालियर रेजीडेंसी) और आसपास के संयुक्त प्रांत के चंबल क्षेत्र के जिलों में हजारों लोगों को भूमिगत रह कर आज़ादी की लड़ाई हेतु प्रेरित किया था। उन्हें 22 अक्टूबर 1992 को तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री और 1942 अगस्त क्रांति के स्वर्ण जयंती समारोह के राष्ट्रीय प्रभारी श्री अर्जुन सिंह द्वारा "सम्मान पत्र" से सम्मानित किया गया था। कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में, उन्होंने 15 अगस्त, 1947 को भारत को स्वतंत्रता प्राप्त होने तक ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखी। 25 जून, 1975 को आपातकाल की घोषणा से पहले ही उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया। इसके बाद, उन्हें आपातकाल के निरसन तक सेंट्रल जेल, ग्वालियर में मीसा के तहत हिरासत में रखा गया था। उनका स्वर्गवास ५ जुलाई १९९३ को भिंड में हुआ था।
 
== इन्हें भी देखें ==