"अपवर्तन": अवतरणों में अंतर

Examples
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[[चित्र:Refraction photo.png|right|thumb|300px|एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर प्रकाश की गति की दिशा का बदलना]]
एक माध्यम से दूसरे माध्यम में पहुँचने [[तरंग]] की गति की दिशा में परिवर्तन हो जाता है, जिसे '''अपवर्तन''' (Refraction) कहते हैं। प्रकाश जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में तिरछा होकर जाता है तो तो दूसरे माध्यम से इसके संचरण की दिशा परिवर्तित हो जाती है। यह अपवर्तन कहलाता है।
 
प्रकाश के अपवर्तन के 5 उदाहरण :-
 
1:- द्रव में डूबा हुआ सिक्का ऊपर उठा हुआ दिखाई देता है।
 
2:- द्रव में अंशता (आधी या कुछ भाग) डूबी हुई छड़ी या पेंसिल मुडी हुई दिखाई देती है।
 
3:- रात्रि में तारों का टिमटिमाना।
 
4:- सूर्योदयय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य का क्षितिज के नीचे होने पर भी दिखाई देना।
 
5:- सूर्य तथा तारे अपनी वास्तविक स्थिति से ऊंचे दिखाई देते हैं।
 
👉Examples by Pranshu Yadav👈[https://www.facebook.com/profile.php?id=100042697040945]
 
==इन्हें भी देखें==