"उत्तर प्रदेश": अवतरणों में अंतर
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वैसे तो यहाँ उद्योगों के लिए काफी संभावनायें हैं और कई बड़े उद्योग यहाँ लगे हुए हैं। वैसे उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पहली आयुर्वेदिक दवा उद्योग की स्थापना न्यू इंडिया फार्मास्युटिकल्स नाम से की गयी है। यह ओधोगिक इकाई करीब सौ से अधिक दवाओं का उत्पादन कर रही है। टेबलेट सिरप के साथ साथ कई अन्य दवाओं का निर्माण यहाँ होता है। हालाँकि अभी यह समूह अपनी पूरी ताकत से विस्तार की और अगसर है और इसे जागरूक लोगों की ज़रूरत है, जो इसके उत्पादन को भारतीय बाज़ार में पहुँचा सके।
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[[चित्र:Purvanchal Expressway 436789.png|अंगूठाकार|बाएँ|[[पूर्वांचल एक्सप्रेसवे]] [[लखनऊ]] को [[अयोध्या]] व [[आजमगढ़]] होते हुए [[गाजीपुर]] से जोड़ता है।]]
उत्तर प्रदेश का रेलवे नेटवर्क भारत में सबसे बड़ा है, परन्तु राज्य की समतल स्थलाकृति और सर्वाधिक जनसंख्या के बावजूद रेलवे घनत्व केवल छठा-उच्चतम है। २०११ तक, राज्य में ८,५४६ किमी (५,३१० मील) लम्बी रेल लाइनें थी। [[उत्तर मध्य रेलवे (भारत)|उत्तर मध्य रेलवे अंचल]] का मुख्यालय [[इलाहाबाद]] में, और [[पूर्वोत्तर रेलवे (भारत)|पूर्वोत्तर रेलवे अंचल]] का मुख्यालय [[गोरखपुर]] में है। इन अंचलीय मुख्यालयों के अतिरिक्त, [[लखनऊ]] और [[मुरादाबाद]] में [[उत्तर रेलवे (भारत)|उत्तर रेलवे अंचल]] के मंडलीय मुख्यालय स्थित हैं। भारत की दूसरी सबसे तेज शताब्दी ट्रेन लखनऊ स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस राज्य की राजधानी लखनऊ को भारतीय राजधानी [[नई दिल्ली]] से जोड़ती है जबकि कानपुर शताब्दी एक्सप्रेस, [[कानपुर]] को नई दिल्ली से जोड़ती है। नए जर्मन एलएचबी कोचों से युक्त यह भारत की पहली ट्रेन थी। [[इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन|इलाहाबाद जंक्शन]], [[आगरा कैन्ट रेलवे स्टेशन|आगरा कैंट]], [[चारबाग रेलवे स्टेशन|लखनऊ एनआर]], [[गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन|गोरखपुर जंक्शन]], [[कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन|कानपुर सेंट्रल]], [[मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन|मथुरा जंक्शन]] और [[वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन|वाराणसी जंक्शन]] भारतीय रेलवे की ५० विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशनों की सूची में शामिल हैं।<ref name="Railway Budget">{{cite web|title=Introducing the Railway Budget 2011–12|url=http://www.indianrailways.gov.in/railwayboard/uploads/directorate/finance_budget/RailBudget_11-12/RailBudget_2011-12.pdf|publisher=[[Indian Railways]]|access-date=22 July 2012|url-status=live|archive-url=https://web.archive.org/web/20160512215003/http://www.indianrailways.gov.in/railwayboard/uploads/directorate/finance_budget/RailBudget_11-12/RailBudget_2011-12.pdf|archive-date=12 May 2016}}</ref>
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राज्य में दो अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र हैं – लखनऊ में स्थित [[अमौसी अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र|चौधरी चरण सिंह अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र]] एवं वाराणसी में स्थित [[लाल बहादुर शास्त्री अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा|लाल बहादुर शास्त्री अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र]]। इसके अतिरिक्त [[आगरा विमानक्षेत्र|आगरा]], [[इलाहाबाद हवाई अड्डा|इलाहाबाद]], [[कानपुर विमानक्षेत्र|कानपुर]], [[हिण्डन हवाई अड्डा|गाजियाबाद]], [[गोरखपुर विमानक्षेत्र|गोरखपुर]] व [[बरेली हवाई अड्डा|बरेली]] में घरेलू विमानक्षेत्र हैं। लखनऊ विमानक्षेत्र नई दिल्ली में स्थित [[इन्दिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा|इन्दिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र]] के बाद [[उत्तर भारत]] का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। इन सब के अलावा दो नए अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र [[कुशीनगर]] एवं [[ग्रेटर नोएडा]] के निकट स्थित [[जेवर]] में निर्माणाधीन हैं, जबकि [[फिरोजाबाद जिला|फिरोजाबाद जिले]] के [[टुंडला]] के निकट ताज अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र भी प्रस्तावित है। [[लखनऊ मेट्रो]] ९ मार्च २०१९ से परिचालन में है, जबकि [[आगरा मेट्रो]] व [[कानपुर मेट्रो]] निर्माणाधीन हैं। राजधानी में अप्रवासियों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है और इस कारण परिवहन के सार्वजनिक साधनों में परिवर्तन पर जोर है। राज्य के आंतरिक परिवहन तंत्र में [[गंगा]], [[यमुना]] व [[घाघरा]] नदियों की अंतर्देशीय जल परिवहन व्यवस्था भी शामिल है।
== आवासीन रचना ==
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