"उत्तर प्रदेश": अवतरणों में अंतर

→‎पर्यटन स्थल: लेख का विस्तार किया गया
→‎पर्यटन स्थल: लेख का विस्तार किया गया
पंक्ति 248:
 
धार्मिक पर्यटन भी उत्तर प्रदेश पर्यटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि राज्य में कई हिन्दू मन्दिर हैं। हिन्दू धर्म के सात पवित्रतम नगरों ([[सप्त पुरियां|सप्त पुरियों]]) में से तीन ([[अयोध्या]], [[मथुरा]] व [[वाराणसी]]) उत्तर प्रदेश में ही स्थित हैं। वाराणसी हिंदू और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है। घरेलू पर्यटक यहाँ आमतौर पर धार्मिक उद्देश्यों के लिए आते हैं, जबकि विदेशी पर्यटक [[गंगा नदी]] के घाटों पर घूमने के लिए जाते हैं। [[वृंदावन]] को [[वैष्णव सम्प्रदाय]] का एक पवित्र स्थान माना जाता है। भगवान [[राम]] के जन्मस्थान के रूप में प्रसिद्ध अयोध्या महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। गंगा नदी के तट पर राज्य भर में असंख्य धार्मिक स्थल व घाट हैं, जहाँ समय-समय पर मेलों का आयोजन होता रहता है। [[त्रिवेणी संगम]] पर लगने वाले [[माघ मेला|माघ मेले]] में भाग लेने के लिए लाखों लोग [[इलाहाबाद]] में एकत्रित होते हैं। यह उत्सव प्रत्येक १२वें वर्ष में बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाता है, जब इसे [[कुम्भ मेला]] कहा जाता है, और तब १ करोड़ से अधिक हिन्दू तीर्थयात्री इसमें सम्मिलित होने इलाहाबाद आते हैं। [[गोरखपुर]] के [[गोरखनाथ मन्दिर]] में [[मकर संक्रान्ति]] के समय एक माह तक चलने वाला खिचड़ी मेला लगता है। [[विन्ध्याचल]] एक अन्य हिंदू तीर्थ स्थल है जहाँ विंध्यवासिनी देवी का मन्दिर स्थित है।
 
उत्तर प्रदेश के बौद्ध आकर्षणों में कई स्तूप और मठ शामिल हैं। [[सारनाथ]] एक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण नगर है, जहां [[गौतम बुद्ध]] ने ज्ञान-प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश दिया था और [[कुशीनगर]] वह स्थल है, जहाँ उनकी मृत्यु हो गई थी; दोनों ही बौद्धों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं। इसके अतिरिक्त सारनाथ में स्थित [[अशोकस्तम्भ]] और [[अशोक का सिंहचतुर्मुख स्तम्भशीर्ष]] राष्ट्रीय महत्व की महत्वपूर्ण पुरातात्विक कलाकृतियाँ हैं। वाराणसी से ८० किमी की दूरी पर स्थित [[गाजीपुर]] [[ईस्ट इंडिया कंपनी]] के [[बंगाल प्रेसीडेंसी]] के गवर्नर [[लॉर्ड कॉर्नवालिस]] के १८वीं शताब्दी के मकबरे के लिए जाना जाता है, जिसका रखरखाव [[भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण]] द्वारा किया जाता है। राज्य में एक [[राष्ट्रीय उद्यान]] तथा २५ वन्यजीव अभयारण्य हैं। ओखला पक्षी अभयारण्य को ३०० से अधिक पक्षी प्रजातियों के लिए एक आश्रय स्थल के रूप में जाना जाता है, जिनमें से १६० पक्षी प्रजातियां प्रवासी हैं, जो [[तिब्बत]], [[यूरोप]] व [[साइबेरिया]] से यात्रा करती हैं। [[एटा जिला|एटा जिले]] में स्थित पटना पक्षी अभयारण्य भी एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।
 
उत्तर प्रदेश में सभी के लिए आकर्षण की कई चीज़ें हैं।