"उत्तर प्रदेश": अवतरणों में अंतर

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* इसके अतिरिक्त यहाँ [[हिन्दू]] तथा मुस्लिमों के सभी प्रमुख त्योहारों को पूरे राज्य में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
 
== पर्यटन स्थल ==
अपनी समृद्ध और विविध स्थलाकृति, जीवंत संस्कृति, त्योहारों, स्मारकों एवं प्राचीन धार्मिक स्थलों व विहारों के कारण ७.१ करोड़ से अधिक घरेलू पर्यटकों के साथ उत्तर प्रदेश भारत के सभी राज्यों में घरेलू पर्यटकों के आगमन में प्रथम स्थान पर है। राज्य में तीन [[विश्व धरोहर स्थल]] भी हैं: [[ताजमहल]], [[आगरा का किला]] और [[फतेहपुर सीकरी]]। उत्तर प्रदेश भारत में एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है, मुख्यतः ताजमहल के कारण, जहाँ २०१८-१९ में लगभग ७९ लाख लोगों ने दौरा किया। यह पिछले वर्ष की तुलना में ६% अधिक था, जब यह संख्या ६४ लाख थी। स्मारक ने २०१८-१९ में टिकटों की बिक्री से लगभग ₹७८ करोड़ की कमाई की। पर्यटन उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख योगदानकर्ता है, जो प्रतिवर्ष २१.६०% की दर से बढ़ रहा है।
 
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उत्तर प्रदेश के बौद्ध आकर्षणों में कई स्तूप और मठ शामिल हैं। [[सारनाथ]] एक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण नगर है, जहां [[गौतम बुद्ध]] ने ज्ञान-प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश दिया था और [[कुशीनगर]] वह स्थल है, जहाँ उनकी मृत्यु हो गई थी; दोनों ही बौद्धों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं। इसके अतिरिक्त सारनाथ में स्थित [[अशोकस्तम्भ]] और [[अशोक का सिंहचतुर्मुख स्तम्भशीर्ष]] राष्ट्रीय महत्व की महत्वपूर्ण पुरातात्विक कलाकृतियाँ हैं। वाराणसी से ८० किमी की दूरी पर स्थित [[गाजीपुर]] [[ईस्ट इंडिया कंपनी]] के [[बंगाल प्रेसीडेंसी]] के गवर्नर [[लॉर्ड कॉर्नवालिस]] के १८वीं शताब्दी के मकबरे के लिए जाना जाता है, जिसका रखरखाव [[भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण]] द्वारा किया जाता है। राज्य में एक [[राष्ट्रीय उद्यान]] तथा २५ वन्यजीव अभयारण्य हैं। ओखला पक्षी अभयारण्य को ३०० से अधिक पक्षी प्रजातियों के लिए एक आश्रय स्थल के रूप में जाना जाता है, जिनमें से १६० पक्षी प्रजातियां प्रवासी हैं, जो [[तिब्बत]], [[यूरोप]] व [[साइबेरिया]] से यात्रा करती हैं। [[एटा जिला|एटा जिले]] में स्थित पटना पक्षी अभयारण्य भी एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।
 
उत्तर प्रदेश में सभी के लिए आकर्षण की कई चीज़ें हैं।
[[चित्र:श्री गणेश मंदिर, झाँसी.jpg|thumb|श्री गणेश मंदिर, झाँसी]]
 
* [[ताजमहल]], [[आगरा]]
* प्राचीन तीर्थ स्थानों में [[वाराणसी]], [[अयोध्या]], [[विंध्याचल]], [[चित्रकूट]], [[प्रयाग]], [[सोरों]], [[मथुरा]], [[वृन्दावन]], [[देवा शरीफ]], [[नैमिषारण्य]] आदि हैं।
* [[फ़तेहपुर सीकरी]] में शेख़ सलीम चिश्ती की दरगाह
* [[सारनाथ]], [[श्रावस्ती]], [[कुशीनगर]], संकिसा / [[बसंतपुर]] (ज़िला एटा, उत्तर प्रदेश), कांपिल/ वर्तमान [[फ़र्रूख़ाबाद]], पिपरावा और [[कौशांबी]] प्रमुख हैं।
* कानपुर देहात जिले में पौराणिक [[वाणेश्वर महादेव मंदिर]] और ऐतिहासिक [[परहुल देवी मंदिर]] दर्शनीय हैं।
* [[आगरा]], [[सारनाथ]], [[वाराणसी]], प्रतापगढ़, [[लखनऊ]], [[झांसी]] [[गोरखपुर]], [[जौनपुर]], [[कन्नौज]], [[महोबा]], [[देवगढ़]], [[बिठूर]] और [[विंध्याचल]] हिन्दू एवं मुस्लिम [[वास्तुशिल्प]] और संस्कृति के महत्त्वपूर्ण खजाने से भरा हैं।
* उत्तर प्रदेश के [[गोंडा]] ज़िले में मत्स्येंद्रनाथ (पाटन) नामक प्रसिद्ध देवीपीठ है।
* संतकबीर नगर के मगहर में संतकबीर की समाधि और सोफी निजामुददीन का मजार भी अगयां गाँव में है।मदरसा तनवीरूलइसलाम अमरडोभा भी इसी जिले में है।
'''सीता समाहित स्थल (सीतामढ़ी) मंदिर [[संत रविदास नगर जिला]] में स्थित है। यह मंदिर प्रयागराज और वाराणसी के मध्य स्थित जंगीगंज बाज़ार से ११ किलोमीटर दूर गंगा के किनारे स्थित है। मान्यता है कि इस स्थान पर माँ सीता से अपने आप को धरती में समाहित कर लिया था। यहाँ पर हनुमानजी की ११० फीट ऊँची मूर्ति है जिसे विश्व की सबसे बड़ी हनुमान जी की मूर्ति होने का गौरव प्राप्त है। स्वामी जितेंद्रानंद जी के असीम प्रयास से और श्री प्रकाश नारायण पुंज की मदद से ये स्थान पर्यटक स्थल के रूप में उभर कर आया है।'''
जिला मुज़फ्फरनगर में शुक्रताल नामक एक जगह है, जिसे हिन्दुओं की धर्मस्थली के रूप में देखा जाता है।
शुक्रताल में मुख्यतः रविदास आश्रम और सुक देव आश्रम प्रसिद्ध है।
गंगा स्नान पर यहाँ एक बड़े मेले का आयोजन प्रतिवर्ष होता है।
 
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
IUCN श्रेणी २(राष्ट्रीय उद्यान)
स्थिति उत्तर प्रदेश, भारत
निकटतम शहर लखीमपुर खीरी
निर्देशांक 22°20′0″N 80°38′0″Eनिर्देशांक: 22°20′0″N 80°38′0″E
क्षेत्रफ़ल 490-वर्ग-कि॰मी॰ (190 वर्ग मील)
स्थापित १९७७
 
== सिंचाई और बिजली ==