"भारत का विभाजन": अवतरणों में अंतर

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ब्रिटिश भारत की संपत्ति को दोनों देशों के बीच बाँटा गया लेकिन यह प्रक्रिया बहुत लंबी खिंचने लगी। गांधीजी ने भारत सरकार पर दबाव डाला कि वह पाकिस्तान को धन जल्दी भेजे जबकि इस समय तक भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरु हो चुका था और दबाव बढ़ाने के लिए अनशन शुरु कर दिया। भारत सरकार को इस दबाव के आगे झुकना पड़ा और पाकिस्तान को धन भेजना पड़ा।२२ अक्टूबर १९४७ को पाकिस्तान ने कश्मीर पर आक्रमण कर दिया, उससे पूर्व माउण्टबैटन ने भारत सरकार से पाकिस्तान सरकार को ५५ करोड़ रुपये की राशि देने का परामर्श दिया था। केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल ने आक्रमण के दृष्टिगत यह राशि देने को टालने का निर्णय लिया किन्तु गांधी जी ने उसी समय यह राशि तुरन्त दिलवाने के लिए आमरण अनशन शुरू कर दिया जिसके परिणामस्वरूप यह राशि पाकिस्तान को भारत के हितों के विपरीत दे दी गयी। [[नाथूराम गोडसे]] ने महात्मा गांधी के इस काम को उनकी हत्या करने का एक कारण बताया।{{तथ्य}}
 
== दंगे ==
== दंगा फ़साद ==
बहुत से विद्वानों का मत है कि ब्रिटिश सरकार ने विभाजन की प्रक्रिया को ठीक से नहीं संभाला। क्योंकि स्वतंत्रतास्वतन्त्रता की घोषणा पहले और विभाजन की घोषणा बाद में की गयी, देश में शांतिशान्ति कायम रखने की जिम्मेवारी भारत और पाकिस्तान की नयी सरकारों के सर पर आई। किसी ने यह नहीं सोचा था कि बहुत से लोग इधर से उधर जाएंगे।जायेंगे। लोगों का विचार था कि दोनों देशों में अल्पमत संप्रदायसम्प्रदाय के लोगों के लिए सुरक्षा का इंतज़ामप्रबन्ध किया जाएगा।जायेगा। लेकिन दोनों देशों की नयी सरकारों के पास हिंसा और अपराध से निपटने के लिए आवश्यक इंतज़ामप्रबन्ध नहीं था। फलस्वरूप दंगा फ़साद हुआ और बहुत से लोगों की जाने गईं और बहुत से लोगों को घर छोड़कर भागना पड़ा। अंदाज़ा लगाया जाता है कि इस दौरान लगभग 5 लाख से 30 लाख लोग मारे गये{{तथ्य}}, कुछ दंगों में, तो कुछ यात्रा की मुश्किलों से।
 
आलोचकों का मत है कि आजादी के समय हुए नरसंहार व अशांतिअशान्ति के लिये अंग्रेजों द्वारा समय पूर्व सत्ता हस्तान्तरण करने की शीघ्रता व तात्कालिक नेतृत्व की अदूरदर्शिता उत्तरदायी थी।<ref>{{Cite web |url=http://www.drishtiias.com/hindi/mains-exam-paper-explanation/expeditious-transfer-of-power-by-british |title=अंग्रेजों द्वारा समय पूर्व सत्ता हस्तांतरण करने की शीघ्रता व तात्कालिक नेतृत्व की अदूरदर्शिता आजादी के समय हुए नरसंहार व अशांति के लिये उत्तरदायी थी |access-date=19 अगस्त 2018 |archive-url=https://web.archive.org/web/20180819083152/http://www.drishtiias.com/hindi/mains-exam-paper-explanation/expeditious-transfer-of-power-by-british |archive-date=19 अगस्त 2018 |url-status=dead }}</ref>
 
== जन स्थानान्तरण ==