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7 वी से 16वीं शताब्दी तक विदेशी आक्रमणकारियो का विरोध करते करते के मध्यकालीन समय आने तक बहुत से राजपूत सम्राट कमजोर हो गए थे जिसके कारणके बाद, कई [[राजपूत]] शासकों कोने [[मुगल साम्राज्य | मुगल सम्राटों]] के साथ संधिघनिष्ठ संबंध बनाए और विभिन्न क्षमताओं से करनीउनकी पङीसेवा की।<ref>{{cite book |last=Richards |first=John F. |title=The Mughal Empire |url=https://archive.org/details/newcambridgehist00rich |date=1995 |publisher=Cambridge University Press |isbn=978-0-521-25119-8 |pages=[https://archive.org/details/newcambridgehist00rich/page/n37 22]–24}}</ref><ref>{{cite journal |last=Bhadani |first=B. L. |title=The Profile of Akbar in Contemporary Literature |journal=Social Scientist |date=1992 |volume=20 |issue=9/10 |pages=48–53 |doi=10.2307/3517716 |jstor=3517716 }}</ref> और अपना सर्मथन अकबर को देना पङा । कुछ राजपूतों के समर्थन के कारण ही [[अकबर]] [[भारत]] में [[मुगल साम्राज्य]] की नींव रखने में पूरी तरह सक्षम हुआ था।<ref name="Chaurasia">{{cite book |last=Chaurasia |first=Radhey Shyam |title=History of Medieval India: From 1000 A.D. to 1707 A.D|date=2002 |publisher=Atlantic Publishers & Dist |isbn=978-81-269-0123-4 |pages=272–273}}</ref> राजपूत रईसों ने अपने राजनैतिक उद्देश्यों के लिए [[मुगल]] बादशाहों और उनके राजकुमारों से अपनी वर्णशंकर बेटियों (जिनकी मां अन्य जाति की थी ) शादी करवाई थी।{{sfn|Dirk H. A. Kolff|2002|p=132}}<ref>{{cite book |url=https://books.google.com/books?id=EFI7tr9XK6EC&pg=PA656 |title=The Oxford Encyclopedia of Women in World History |publisher=Oxford University Press |first=Bonnie G. |last=Smith |year=2008 |page=656 |isbn=978-0-19-514890-9 |access-date=11 जुलाई 2020 |archive-url=https://web.archive.org/web/20160902071624/https://books.google.com/books?id=EFI7tr9XK6EC |archive-date=2 सितंबर 2016 |url-status=live }}</ref><ref>{{cite book |url=https://books.google.com/books?id=HHyVh29gy4QC&pg=PA23 |title=The Mughal Empire |publisher=Cambridge University Press |first=John F. |last=Richards |year=1995 |page=23 |isbn=978-0-521-56603-2 |access-date=11 जुलाई 2020 |archive-url=https://web.archive.org/web/20200616131316/https://books.google.com/books?id=HHyVh29gy4QC |archive-date=16 जून 2020 |url-status=live }}</ref><ref>{{cite book |url=https://books.google.com/books?id=B8NJ41GiXvsC&pg=PA174 |title=Domesticity and Power in the Early Mughal World |publisher=Cambridge University Press |first=Ruby |last=Lal |year=2005 |page=174 |isbn=978-0-521-85022-3}}</ref> उदाहरण के लिए, अकबर ने अपने लिए और अपने पुत्रों व पौत्रों के लिए 40 शादियां सम्पन्न कीं, जिनमें से 17 राजपूत-मुगल गठबंधन थे।<ref>{{cite book |url=https://books.google.com/books?id=I5upAgAAQBAJ&pg=PT176 |title=Interrogating International Relations: India's Strategic Practice and the Return of History War and International Politics in South Asia |publisher=Routledge |first=Jayashree |last=Vivekanandan |year=2012 |isbn=978-1-136-70385-0}}</ref> मुगल सम्राट अकबर के उत्तराधिकारी, उनके पुत्र [[जहाँगीर]] और पोते [[शाहजहाँ]] की माताएँ राजपूत थीं।<ref>{{cite book|last1=Hansen|first1=Waldemar|title=The peacock throne : the drama of Mogul India|date=1972|publisher=Motilal Banarsidass|location=Delhi|isbn=978-81-208-0225-4|pages=12, 34|edition=1. Indian ed., repr.}}</ref> राजपूताना(अब राजस्थान) के रियासतो मे मेवाड़ के सिसोदिया और मारवाङ के राजपूत परिवारोपरिवार ने मुगलों के साथ वैवाहिक संबंधों में नहीं जुड़ने को सम्मान की बात बना दिया और इस तरह से वे अन्य सभी राजपूत कुलों से विपरीत खड़े रहे थे।{{sfn|Barbara N. Ramusack|2004|pp=18–19}} इस समय के पश्चात राजपुतों और मुगलों के बीच वैवाहिक संबंधों में कुुछ कमी आई।<ref>{{cite book|last1=Chandra|first1=Satish|title=Medieval India: From Sultanat to the Mughals Part-II|url=https://books.google.com/books?id=0Rm9MC4DDrcC&pg=PA124&lpg=PA124&dq=satish+chandra+rajput+mughal+marriage#v=onepage|date=2007|publisher=Har Anand Publications|page=124|access-date=11 जुलाई 2020|archive-url=https://web.archive.org/web/20191223092741/https://books.google.com/books?id=0Rm9MC4DDrcC#v=onepage|archive-date=23 दिसंबर 2019|url-status=live}}</ref> राजपूतों के साथ अकबर के संबंध तब शुरू हुए थे जब वह 1561 में आगरा के पश्चिम में सीकरी के चिस्ती सूफी शेख की यात्रा से लौटा था। तभी बहुत राजपूत राजकुमारियों ने अकबर से शादी रचाई थी।<ref>{{cite book | first= Anthony Reid, | last= David O. Morgan | year=2010| title= The New Cambridge History of Islam: Volume 3, The Eastern Islamic World, Eleventh to Eighteenth Centuries| page=213| publisher= Taylor and Francis| url= https://www.google.com/books/edition/The_New_Cambridge_History_of_Islam_Volum/ANiaBAAAQBAJ?hl=en&gbpv=1&dq=rajput+cambridge&pg=PT437&printsec=frontcover
}}</ref>
}}</ref>ऐसे विवाह कोई नये नही थे । इस तरह के विवाहो को इतिहास मे एक संधि की रूप मे देखा जाता है जैसे कि बप्पा रावल जो कि एक गुहिल राजपूत थे जिन्होने 7 वी शताब्दी मे अरब आक्रमणकारियो को ईरान तक खदेङा था । उनकी 100 रानियो मे से 35 मुस्लिम थीं ।
 
==राजपूत-मुग़ल वैवाहिक संबंधों की सूची==
===मुख्य राजपूत-मुग़ल वैवाहिक संबंधों की सूची===
हिन्दू राजा मुस्लिम रानी
 
अक्सर हिन्दू राजपूतो को नीचा दिखाने के लिए जोधा अकबर का झूठा वैवाहिक संबंध इतिहास बता दिया जाता है!
 
तो आज हम बताते हैं राजपूतो और मुस्लिम लड़कियो के वैवाहिक संबंध बनाने का इतिहास!
 
1-अकबर की बेटी शहज़ादी खानूम से महाराजा अमर सिंह जी का विवाह!
 
2-कुँवर जगत सिंह ने उड़ीसा के अफगान नवाब कुतुल खा कि बेटी मरियम से विवाह!
 
3-महाराणा सांगा मुस्लिम सेनापति की बेटी मेरूनीसा से ओर तीन मुस्लिम लड़किया से विवाह!
 
4-महाराणा कुंभा (अपराजित योद्धा) का जागीरदार वजीर खा की बेटी से विवाह!
 
5-बप्पा रावल (फादर ऑफ रावलपिंडी) गजनी के मुस्लिम शासक की पुत्री से और 30 से अधिक मुस्लिम राजकुमारीयो से विवाह!
 
6-विक्रमजीत सिंह गोतम का आज़मगढ़ की मुस्लिम लड़की से विवाह!
 
7-जोधपुर के राजा राजा हनुमंत सिंह का मुस्लिम लड़की ज़ुबेदा से विवाह!
 
8-चंद्रगुप्त मौर्य (राजपूत) का सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस निकेटर की बेटी हेलेना से विवाह!
 
9-महाराणा उदय सिंह II ने एक मुस्लिम लड़की लाला बाई से विवाह
 
10-राजा मान सिंह मुस्लिम लड़की मुबारक से विवाह!
 
11-अमरकोट के राजा वीरसाल का हामिदा बानो से विवाह!
 
12-राजा छत्रसाल का हैदराबाद के निजाम की बेटी रूहानी बाई से विवाह
 
13-मीर खुरासन की बेटी नूर खुरासन का राजपूत राजा बिन्दुसार से विवाह
 
ये तो वैवाहिक संबंध की बात हुई अब राजपुत राजाओ की मुस्लिम प्रेमिकाओ पर बात करते हैं!
 
1-अल्लाउदीन खिलजी की बेटी "फिरोजा"" जो जालोर के राजकुमार विरमदेव की दीवानी थी वीरमदेव की युद्ध मै वीरगति प्राप्त होने पर फिरोजा सती हो गयी थी!
 
2-औरंगजेब की एक बेटी ज़ेबुनिशा जो कुँवर छत्रसाल के पीछे दीवानी थी ओर प्रेम पत्र लिखा करती थी ओर छत्रसाल के अलावा किसी ओर से शादी करने से इंकार कर दिया था!
 
3-औरंगजेब की पोती ओर मोहम्मद अकबर की बेटी सफियत्नीशा जो राजकुमार अजीत सिंह के प्रेम की दीवानी थी!
 
4-इल्तुतमिश की बेटी रजिया सुल्तान जो राजपूत जागीरदार कर्म चंद्र से प्रेम करती थी!
 
5-औरंगजेब की बहन भी छत्रपति शिवाजी की दीवानी थी शिवाजी से मिलने आया करती थी!
 
राजपुत राजाओ की और भी बहुत सी मुस्लिम बीवीया थी लेकिन वो राज परिवार और कुलीन वर्ग से नहीं थी!
 
लेकिन उस समय की किताबो में ब्रिटिश और उस समय के कवियों के रचनाओ मैं जिक्र स्पष्ट है!
 
और ब्रिटिश रिकॉर्ड में भी औऱ ज्यादातर राजपूतो राजाओ की एक से ज्यादा मुस्लिम बीवीया थी लेकिन रक्त शुध्दता की वजह से इनके बच्चो को अपनाया नहीं जाता ओर उन बच्चों को वर्णशंकर मान के जागिर दे दी जाती थी!
 
तो ये ऐतिहासिक प्रक्षेप चप्पल की तरह फेंक कर उनके मुह पर अवश्य मारिए जो हिन्दुओ को जोधा अकबर जैसे झूठे ऐतिहासिक तथ्यों पर बहस करते हैं! और राजपूत राजाओ की जितनी भी वर्णशंकर पुत्रियां थी उनकी शादीयां मुस्लिम शहजादो से करवाई जाती थी । जैसे जोधा को बहुत से इतिहासकार या तो मानते ही नही है । या तो पुर्तगाली दासी पुत्री मानते थे । इस विषय मे इतिहासकारो मे बहुत ही मतभेद है ।
 
मुस्लिम राजा और हिन्दू रानी
 
इनमे से अधिकतर हिन्दु रानियो की मां गैर राजपूत या किसी अन्य जाति या धर्म की थी ।
* जनवरी 1562, अकबर ने राजा भारमल की बेटी से शादी की. ([[कछवाहा]]-[[आंबेर|अंबेर]])
* 15 नवंबर 1570, राय कल्याण सिंह ने अपनी भतीजी का विवाह अकबर से किया ([[राठौड़|राठौर]]-[[बीकानेर]])
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* 17 नवंबर 1661, मोहम्मद मुअज्जम का विवाह किशनगढ़ के राजा रूप सिंह राठौर की बेटी से([[राठौड़|राठौर]]-[[किशनगढ़]])
* 5 जुलाई 1678, औरंगजेब के पुत्र मोहम्मद आजाम का विवाह कीरत सिंह की बेटी से हुआ. कीरत सिंह मशहूर राजा जय सिंह के पुत्र थे. ([[कछवाहा]]-[[आंबेर]])
* 30 जुलाई 1681, औरंगजेब के पुत्र काम बख्श की शादी अमरचंद की बेटी से हुए([[शेखावत]]-[[मनोहरपुरा|मनोहरपुर]])<ref>{{Cite web | url=https://hindi.news18.com/news/nation/shahjahan-was-rajput-not-moghul-1151257.html | title=मुगल नहीं राजपूत थे शाहजहां, ताज पर सवाल क्‍यों? | date=2017-11-01 | website=News18India | access-date=2020-07-12 | archive-url=https://web.archive.org/web/20200514202425/https://hindi.news18.com/news/nation/shahjahan-was-rajput-not-moghul-1151257.html | archive-date=14 मई 2020 | url-status=dead }}</ref><ref>{{Cite web | url=https://hindi.news18.com/news/lifestyle/mugal-dynasty-and-army-was-not-only-muslims-but-also-rajput-jat-irani-and-others-1151054.html | title=राजपूत मां का बेटा शाहजहां सिर्फ़ मुसलमान कैसे | date=2017-10-30 | website=News18India | access-date=2020-07-12 | archive-url=https://web.archive.org/web/20200711233327/https://hindi.news18.com/news/lifestyle/mugal-dynasty-and-army-was-not-only-muslims-but-also-rajput-jat-irani-and-others-1151054.html | archive-date=11 जुलाई 2020 | url-status=dead }}</ref><ref>{{Cite web|url=https://www.ichowk.in/politics/a-critical-analysis-of-relation-between-mughals-and-rajputs/story/1/8931.html | title=पद्मावती : जिनके लिए लड़ रहे हो वो तो आपस में मौज से रहते थे | date=2017-11-26 | website=iChowk.in | access-date=2020-07-12}}</ref> ###############################
*महान राजपूत सम्राट बप्पा रावल और उनकी 35 मुस्लिम रानियां मोहम्मद कासिम को हराने और सिंध को जीतने वाले '''बप्पा रावल''' जो गुहिल राजपूत थे जिन्होने अपने 19 वर्षों के शासन के दौरान कभी किसी से युद्ध नहीं हारे थे 39 वर्ष की कम आयु में उन्होंने सन्यास ले लिया था '''बप्पा रावल''' का ऐसा खौफ था कि हर शासक इनके नाम से ही कांप जाता था 39 वर्ष की उम्र में '''बप्पा रावल''' की 100 '''रानियां थी''' जिसमे से '''35 मुस्लिम थी ।'''
 
==इन्हें भी देखें==
* [[राजपुताना]]
*मोहम्मद कासिम को हराने और सिंध को जीतने वाले '''बप्पा रावल''' ही थे अपने 19 वर्षों के शासन के दौरान कभी किसी से युद्ध नहीं हारे थे 39 वर्ष की कम आयु में उन्होंने सन्यास ले लिया था '''बप्पा रावल''' का ऐसा खौफ था कि हर शासक इनके नाम से ही कांप जाता था 39 वर्ष की उम्र में '''बप्पा रावल''' की 100 '''रानियां थी''' जिसमे से '''35 मुस्लिम थी ।'''
 
== सन्दर्भ ==