"ईश्वर": अवतरणों में अंतर
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ईश्वर एक अदृश्य शक्ति है इसे हमें सत्य मानना चाहिए और हमें अन्य प्राणियों को अपने जैसा समझना चाहिए टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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[[File:YHWH.svg|thumb|200px|नाम [[यहोवा]] इब्रानी में]]
ईश्वर सर्वव्यापी है, मानो तो संसार मे हर जगह,कण-कण में ईश्वर है।
ईश्वर एक विश्वास है , आशा है, मन है ,शांति भी है । ईश्वर कौन है कैसा है यह अभी तक मानव जाति साबित नहीं कर सका है कि ईश्वर ऐसा है इस प्रकार दिखता है सच यह है कि ईश्वर एक अदृश्य शक्ति है जो शरीर को धारण नहीं किया है अगर वह ईश्वर शरीर धारण कर लेता है तो यह पृथ्वी चल नहीं पाएगी शरीर धारण करने का मतलब है कि उस शरीर में दया दर्द दुख सुख शामिल हो जाता है जब ऐसा किसी शरीर में हो जाता है तब वह अपने परिचित मित्र को नुकसान नहीं पहुंचा सकता इसलिए ईश्वर ने शरीर धारण नहीं किया अगर ईश्वर शरीर धारण कर लेता तो आंधी तूफान भूकंप महामारी जैसी बीमारी इस पृथ्वी पर नहीं आएगी अगर यह सारी चीजें इस पृथ्वी पर नहीं आएगी तो यह ब्रह्मांड नहीं चल पाएगा और सारे प्राणी इस प्रमाण से खत्म हो जाएंगे इसलिए किसी भी धर्म का बनाया हुआ कल्पनिक ईश्वर केवल एक कल्पना है असल में ईश्वर एक अदृश्य शक्ति है उसको अभी तक कोई नहीं सुन पाया है नाही देख पाया मैं सुरेश यादव
9869858333
== धर्म और दर्शन में परमेश्वर की अवधारणाएँ ==
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