"वेदव्यास": अवतरणों में अंतर
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वेदव्यास के बारे में काफी अश्लील और अंधविश्वास की बातें लिखी हुई थी। जिनमें बदलाव कर उन्हें सही कर दिया गया है टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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व्यासजी ने पुराणों तथा महाभारत की रचना करने के पश्चात् ब्रह्मसूत्रों की रचना भी यहाँ की थी।<ref name=":0">{{Cite web|url=http://ignca.nic.in/coilnet/kbhu_v14.htm|title=Varanasi - Kashi Ki Vibhutiyna - Maharshi Vedvyas|website=ignca.nic.in|archive-url=https://web.archive.org/web/20171214073907/http://www.ignca.nic.in/coilnet/kbhu_v14.htm|archive-date=14 दिसंबर 2017|access-date=2020-01-08|url-status=dead}}</ref>
१. यो विध्याच्चतुरो वेदान् सांगोपनिषदो द्विज:।
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