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1957
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| यशपाल||1903||न्याय का संघर्ष, बात बात में बात देखा, सोचा समझा||
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| जैनेंद्र||1905||1. प्रस्तुत प्रश्न
2. जड़ की बात
3. साहित्य का श्रेय और प्रेम
4. इतस्ततः
5. परिप्रेक्ष
6. साहित्य और संस्कृति
||1936
1945
1953
1963
1977
1979
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| के||के||के||के
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