"द्वितीय पुलकेशी": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
स्वामी विवेकानंद के अनुसार और कायस्थ इनसाइक्लोपीडिया बुक के सोर्स के अनुसार के कायस्थ जाती के थे और हिन्दू धर्म के थे ये बाद में जैन धर्म के अनुयायी बने टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
रोहित साव27 (वार्ता | योगदान) छो 2409:4063:4D9F:4146:50CB:7E4:3B47:48C2 (Talk) के संपादनों को हटाकर संजीव कुमार के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
||
पंक्ति 1:
<b>इमडि पुलीकेशि</b> (ई. 610-649AD ) के नाम से भी वाकिफ है।<i> 'इमाडि पुलकेशीन' या 'इमडि पुलकेशी'</i> चालुक्य वंश के एक प्रसिद्ध राजा
==हर्श्र्वर्धन को हराना==
|