"मृगनयनी": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 5:
लाखी की माँ मर गई, इसलिए लाखी, निम्‍मी और अटल के पास रहने लगी। गयासुद्दीन खिलजी ने, नटो के सरदार को निम्‍मी और लाखी को लाने के लिए, योजना तैयार की। नटों और नटनियों ने निम्‍मी और लाखी को फुसलाना प्रारम्‍भ किया।
 
एक दिन राजा मानसिंह शिकार खेलने राई गाँव पहुँचे। निम्‍मी के सौन्दर्य और शिकार मे लक्ष्‍यवेध से मुग्‍ध होकर [[विवाह]] करके उसे ग्‍वालियर ले गय और राजा क्षत्रिय इसलिये गाववालों ने मान सिंह विवाह का विरोध किया। पुजारी ने उनका विवाह नही कराया । वे नटों के दल के साथ नरवर के किले की तरफ आ गये। लाखी को नटों के षडयंत्र का पता लग गया, इसलिए उसने उनके षडयन्त्र को विफल कर उन्‍हे समाप्‍त कर दिया। महाराजा मानसिंह अटल और लाखी को ले गए और ग्‍वालियर मे उनका विवाह हुआ ।
 
निम्मी, विवाह के पश्‍चात 'मृगनयनी' के नाम से प्रसिद्ध हुई। मृगनयनी के पहले राजा के आठ पत्नियाँ थीं जिनमे सुमनमोहिनी सबसे बड़ी थी। इसी के पुत्र को राजगद्दी मिली क्योंकि निन्नी निचली जाती की होने के कारण इसके पुत्र को राजगद्दी ना देकर कुछ गांव दिए जिससे नाराज होकर निन्नी अपने पुत्रों को लेकर चली गयी और वहीं से गुज्जरों मैं तँवर गोत्र की शुरुआत हुई
निन्नी गूजर थी और राजा क्षत्रिय इसलिये गाववालों ने मान सिंह और गुज्जरी के विवाह का विरोध किया। पुजारी ने उनका विवाह नही कराया । वे नटों के दल के साथ नरवर के किले की तरफ आ गये। लाखी को नटों के षडयंत्र का पता लग गया, इसलिए उसने उनके षडयन्त्र को विफल कर उन्‍हे समाप्‍त कर दिया। महाराजा मानसिंह अटल और लाखी को ले गए और ग्‍वालियर मे उनका विवाह हुआ ।
 
निम्मी, विवाह के पश्‍चात 'मृगनयनी' के नाम से प्रसिद्ध हुई। मृगनयनी के पहले राजा के आठ पत्नियाँ थीं जिनमे सुमनमोहिनी सबसे बड़ी थी। इसी के पुत्र को राजगद्दी मिली क्योंकि निन्नी निचली जाती की होने के कारण इसके पुत्र को राजगद्दी ना देकर कुछ गांव दिए जिससे नाराज होकर निन्नी अपने पुत्रों को लेकर चली गयी और वहीं से गुज्जरों मैं तँवर गोत्र की शुरुआत हुई
 
==सन्दर्भ==