"धनगर": अवतरणों में अंतर
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==व्युत्पत्ति==
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==संस्कृति==
धनगर जाती के लोग देवताओं के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं, जिनमें [[शिव]], [[विष्णु]], [[पार्वती]] और [[लक्ष्मी|महालक्ष्मी]] उनके [[कुलदेवता]] या [[कुलदेवता|कुलदेवी]] के रूप में शामिल हैं। इन रूपों में खंडोबा, बीरलिंगेश्वर (बिरोबा), म्हसोबा, धुलोबा (धुलेश्वर), विठोबा, सिद्धनाथ (शिदोबा), जनाई-मलाई, तुलाई (तुलजा भवानी), यामी, पदुबाई, और अंबाबाई शामिल हैं। वे आम तौर पर इन मंदिरों में देवताओं की पूजा करते हैं और जो मंदिर उनके निवास स्थान के सबसे निकट होते हैं वह उनके कुलदेवता और कुलादेवी बन जाता है। [[जेजुरी]] में, देवता खंडोबा को एक धांगर के रूप में उनके अवतार में बानई के पति के रूप में माना जाता है। इसलिए, वह धनगरों के बीच लोकप्रिय है, क्योंकि वे उन्हे अपना कुलदेवता मानते हैं।<ref>Mohamed Rahmatulla. ''Census of India Vol XXI, Hyderabad State, Part I Report''. 1921, p. 244</ref> खंडोबा (शाब्दिक रूप से "पिता तलवारकार") [[दक्कन का पठार|दक्कन]] के संरक्षक देवता हैं।<ref>{{cite book |first=Richard I. |last=Cashman |title=The Myth of the Lokamanya: Tilak and Mass Politics in Maharashtra |publisher=University of California Press |year=1975 |isbn=978-0-52002-407-6 |page=11 |url=https://books.google.co.uk/books?id=905gbgzGN1EC&pg=PA11 |access-date=4 जून 2019 |archive-url=https://web.archive.org/web/20181116001314/https://books.google.co.uk/books?id=905gbgzGN1EC&pg=PA11 |archive-date=16 नवंबर 2018 |url-status=live }}</ref>
== जाति - उपजाति, क्षेत्र ==
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