"इस्लाम के सम्प्रदाय एवं शाखाएँ": अवतरणों में अंतर
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[[मुहम्मद|मोहम्मद]] साहब की मृत्यु के बाद [[इस्लाम]] में परम्परा, [[विधिशास्त्र]] तथा विचारों के आधार पर मतभेद होते रहे और अलग-अलग सम्प्रदाय बनते गये। वर्तमान समय में [[इस्लाम]] में
इस्लामी न्यायशास्त्र [[फ़िक़्ह|फ़िक़ह]] के आधार पर मुस्लिम समुदाय प्राथमिक रूप से तीन समूहों में बंटा हुआ है। वह हैं-
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[[चित्र:Islam branches and schools.svg|center|500px|thumb|इस्लाम के विविध सम्प्रदाय एवं शाखाएँ]]
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तिरमिज़ी शरीफ़ की हदीस मे लिखा है कि 73 मे से "एक फिरका" (मिल्लत) जन्नत मे जाएगी .</u>
= इस्लाम का विभाजन =
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= इस्लाम के प्रमुख फिरके =
[[Image:Madhhab Map3.png|right|thumb|450px|मुसलमानों के विभिन्न न्यायशास्त्रीय फिरके]]
आमतौर पर लोग मुसलमानों के दो ही फिरकों शिया और सुन्नी के बारे में ही सुनते रहते है ,लेकिन इनमे भी कई फिरके है .इसके आलावा कुछ ऐसे भी फिरके है ,जो इन दौनों से अलग है .इन सभी के विचारों और मान्यताओं में इतना विरोध है की यह एक दूसरे को काफ़िर तक कह देते हैं .और इनकी मस्जिदें जला देते है .और लोगों को क़त्ल कर देते है .शिया लोग तो मुहर्रम के समय सुन्नियों के खलीफाओं ,सहबियों ,और मुहम्मद की पत्नियों आयशा और हफ्शा को खुले आम गलियां देते है .इसे तबर्रा कहा जाता है .इसके बारे में अलग से बताया जायेगा
'''सुन्नियों के फिरके''' -हनफी ,शाफई,मलिकी ,हम्बली ,सूफी ,वहाबी ,देवबंदी ,बरेलवी ,सलफी,अहले हदीस .आदि -शियाओं के फिरके -इशना अशरी ,जाफरी ,जैदी ,इस्माइली ,बोहरा ,दाऊदी ,खोजा ,द्रुज, मुगलिद,गैर मुग्लिद, आदि▼
▲'''सुन्नियों के फिरके''' -हनफी ,शाफई,मलिकी ,हम्बली ,सूफी ,वहाबी ,देवबंदी ,बरेलवी ,सलफी,अहले हदीस .आदि -शियाओं के फिरके -इशना अशरी ,जाफरी ,जैदी ,इस्माइली ,बोहरा ,दाऊदी ,खोजा ,द्रुज
'''अन्य फिरके''' - अहमदिया ,कादियानी ,खारजी ,कुर्द ,और बहाई अदि.▼
इन सब में इतना अंतर है कि यह एक-दूसरे की मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ते और एक दुसरे की हदीसों को मानते है। सबके नमाज पढ़ने का तरीका , अजान , सब अलग है। इनमे एकता असंभव है। संख्या कम होने के से यह शांत रहते हैं , लेकिन इन्हें जब भी मौका मिलाता है यह उत्पात जरुर करते हैं.▼
▲इन सब में इतना अंतर है कि यह एक-दूसरे की मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ते और एक दुसरे की हदीसों को मानते है। सबके नमाज पढ़ने का तरीका , अजान , सब अलग है। इनमे एकता असंभव है। संख्या कम होने के से यह शांत रहते हैं , लेकिन इन्हें जब भी मौका मिलाता है यह उत्पात जरुर करते हैं.
== इन्हें भी देखें==
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*[https://hindi.news18.com/news/knowledge/hindu-temple-complex-found-in-pakistan-but-problems-about-safety-bhvs-3349606.html कितने संप्रदायों, समुदायों और फिरकों में बंटे हैं दुनियाभर के मुसलमान?]
*[https://hindi.webdunia.com/bbc-hindi-news/islam-many-sects-116021200042_1.html दुनिया के मुसलमान कितने पंथों में बंटे हैं?]
[[श्रेणी:इस्लाम]]
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