"कैथोड किरण नलिका": अवतरणों में अंतर

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[[Image:CRT color enhanced.png|right|thumb|250px|रंगीन सीआरटी का काटा हुआ आरेख: <br />'''१.'''&nbsp;तीन इलेक्ट्रान गन (लाल, हरा और नीले फॉस्फर बिंदु हेतु)<br />'''२.'''&nbsp;इलेक्ट्रान किरण<br />'''३.'''&nbsp;केन्द्रन कुंडली<br />'''४.'''&nbsp;कोण देने की कुंडलियां<br />'''५.'''&nbsp;एनोड कनेक्शन<br />'''६.'''&nbsp;चित्र के अनावश्यक लाल, हरे और नीले भाग को छिपाने और किरणों को पृथक करने के लिए मास्क<br />'''७.'''&nbsp;फॉस्फर पर्त में लाल, नीली और हरित क्षेत्र<br />'''६.'''&nbsp;फॉस्फर-मंडित पटल का आंतरिक दृश्य]]
'''कैथोड किरण नलिका''' ([[अंग्रेज़ी]]:कैथोड रे ट्यूब, लघुरूप:सी.आर.टी.) एक निर्वात नलिका होती है, जिसमें एक [[इलेक्ट्रॉन गन]] (ऋनवेशिक स्रोत) और एक फ्लोरोसेंट पटल होता है। इसमें इलेक्ट्रॉन को त्वरित करने और कोण देने के लिए आंतरिक या बाह्य तकनीक का प्रयोग होता है। ये नलिका पटल पर इलेक्ट्रान की रश्मि को डाल कर प्रकाश उत्सर्जित कर छवि निर्माण करने के प्रयोग में आता है। ये छवि किसी विद्युत संकेत तरंगरूप ([[ऑक्सिलोस्कोप]]), छवि (दूरदर्शन, या कंप्यूटर मॉनीटर) या राडार के लक्ष्य दिखाने के लिए होती है।
 
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