'''जयंती''' शब्द का प्रयोग मुख्यत: किसी घटना के घटित होने के दिन की, आगे आने वाले वर्षों में पुनरावृत्ति को दर्शाने के लिये किया जाता है। इसे [[वर्षगाँठ]] भी कह सकते हैं। उदाहरण के लिये यदि [[भारत]] देश [[१५ अगस्त|15 अगस्त]] [[१९४७|1947]] को स्वतन्त्र हुआ तो [[१५ अगस्त|15 अगस्त]] [[१९४८|1948]] को स्वतंत्रता प्राप्ति की प्रथम जयंती होगी, [[१५ अगस्त|15 अगस्त]] [[१९४९|1949]] को द्वितीय जयंती होगी, इत्यादि। ध्यान देने की बात ये भी है कि यद्यपि घटना सुखद भी हो सकती है (उदा० किसी विद्यालय की स्थापना) और दुखद भी (उदा० किसी महापुरुष की मृत्यु), लेकिन जयंती शब्द का प्रयोग केवल सुखद घटनाओं के लिये किया जाता है।