"नैमिषारण्य": अवतरणों में अंतर

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दर्शन
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* यहां स्वामी श्रीनारदनंदजी महाराज का आश्रम तथा एक ब्रह्मचर्याश्रम भी है, जहां ब्रह्मचारी प्राचीन पद्धति से शिक्षा प्राप्त करते हैं। आश्रम में साधक लोग साधना की दृष्टि से रहते हैं। धारणा है कि [[कलियुग]] में समस्त तीर्थ नैमिष क्षेत्र में ही निवास करते हैं।
*रामजानकी
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त्रित्रमंदिर शक्ति- म-ंयहै। इसमेंकेमदक्षिणी दक्षिणतट भारतपरदभारत की कलाकृति देखनेदकइसै खने लाय माँ जगदम्बा के नौनोंौ सई0 स्वरूप्वरूप का दर्शन है
 
 
 
जान रीवां मंदिर- दशाश्वमेध घाट के ठीक सामने हरदोई आजभी यहाँ दर्शन करने से वंश वृद्धि(पुत्र) प्राप्त होता है जिले में है यह मंदिर का जीर्णोद्धार 500 वर्ष पूर्व रीवां मध्यप्रदेश के राजा मार्तण्ड सिंह ने पुत्र जन्म के बाद कराया था
है।
 
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जान रीवां मंदिर- दशाश्वमेध घाट के ठीक सामने हरदोई जिले में है यह मंदिर का जीर्णोद्धार 500 वर्ष पूर्व रीवां मध्यप्रदेश के राजा मार्तण्ड सिंह ने पुत्र जन्म के बाद कराया था
 
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== सन्दर्भ ==