"मृदा प्रदूषण": अवतरणों में अंतर

फसल पोधे के उत्पादन में कमी होना
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[[चित्र:Soilcontam.JPG|250px|अंगूठाकार|दाएँ|मृदा प्रदूषण]]
'''भूमि<span lang="mr" dir="ltr">मृदा</span> प्रदूषण''' मृदा में होने वाले [[प्रदूषण]] को कहते हैं। यह मुख्यतः कृषि में अत्यधिक कीटनाशक का उपयोग करने या ऐसे पदार्थ जिसे मृदा में नहीं होना चाहिए, उसके मिलने पर होता है। जिससे मृदा की उपज क्षमता में भी बहुत प्रभाव पड़ता है। इसी के साथ उससे [[जल प्रदूषण]] भी हो जाता है।<ref>R. Olawoyin, S. A. Oyewole, R. L. Grayson, (2012). Potential risk effect from elevated levels of soil heavy metals on human health in the Niger delta, Ecotoxicol. Environ. Saf., Volume 85, 1 November 2012, Pages 120–130</ref>
 
==परिचय ==
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मृदा प्रदूषण के जैव स्त्रोत या कारको के अंतर्गत उन सूक्ष्म जीवो तथा अवांछित पेड़ को शामिल किया जाता है जो मिट्टी की उर्वर शक्ति को कम कर देते है।इन पदार्थों में की हानिकारक जीव जैसे बैक्टीरिया,वॉयरस व अन्य परजीवी मृदा में पनपते हैं
 
==प्रभाव==
==Hanikarak prabhab==
===पर्यावरण पर===
इसका प्रभाव मुख्यतः पेड़-पौधों पर पड़ता है। इससे आसपास कोई भी पेड़-पौधे जीवित नहीं रह पाते हैं। इसके अलावा उस पर यदि कोई वृक्ष होने पर भी वह खाने योग्य नहीं होता है या उसे अन्य जीव जन्तु द्वारा खाने पर उससे वह बीमार हो जाते हैं। पेड़-पौधे की कमी से जीवों के भोजन में भी कमी आ जाती है। अर्थात आस पास के सभी जीवन चक्र पर इसका प्रभाव पड़ता है।