"मेहता लज्जाराम शर्मा": अवतरणों में अंतर

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मेहता लज्जाराम शर्मा ने अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत अध्यापक के रूप में किया। इसके बाद उन्होंने सर्वहित नामक हिंदी पत्र निकाला। इसके बाद उन्होंने मुंबी के वेंकटेस्वर समाचार पत्र में संपादक के रूप में कार्य किया। ७ वर्ष तक संपादन कार्य करने के बाद वे बूंदी चले गए।
 
पत्रकारिता के साथ ही उन्होंने साहित्य लेखन का कार्य जारी रखा। उन्होंने कुल २३ पुस्तकें लिखी। इनमें १३ उपन्यास हैं। उपन्यासों के साथ ही उन्होंने कहानी, जीवन चरित, इतिहास आदि भी लिखा। उपन्यास के साथ ही उन्होंने ज्ञान साहित्य के निर्माण की ओ्र भी ध्यान दिया। बूंदी में रहते हुए उन्होंने वहाँ का इतिहास लिखा।