"विज्ञापन": अवतरणों में अंतर

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; बृहत हिन्दी कोशः
: ''विज्ञापन के पर्यायवाची के रूप में समझना सूचना देना, इश्तहार, निवेदन करना आदि शब्द दिए गए है।''
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:'''डा. जोन्स के अनुसार:'''
:“विज्ञापन एक यंत्र निर्मित बड़े पैमाने पर उत्पन्न की जाने वाली वस्तुओं के विक्रय की विधि है जो कि विक्रय कार्य में व्यक्तिगत विक्रेताओं के व्यक्तित्व एवं वाणी के लिये उसी प्रकार सहायक है जिस प्रकार कि एक मशीन निर्माण कार्य में कारीगर के लिये सहायक होती है।
 
:'''प्रो. शेल्डन के अनुसार:'''
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:[https://ideashubs.blogspot.com/2021/05/what-is-advertising-in-hindi.html '''विज्ञापन'''] वह व्यावसायिक प्रणाली है जिसके अन्तर्गत मुद्रित शब्दों के द्वारा विक्रय वृद्धि में सहायता मिलती है, ख्याति का निर्माण होता है एवं साख बढ़ती है।
 
:'''प्रो. स्टार्च के अनुसार:'''
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:यह मुद्रित विक्रय होता है अथवा वस्तु को मुद्रित रूप से व्यक्तियों के सामने इस तरीके से प्रस्तुत करना है जिससे वे इसे खरीदने के लिये प्रेरित हो विज्ञापन एक ऐसा उपाय है जिसके माध्यम से वस्तु या वस्तुओं के सम्बन्ध में विभिन्न जानकारी उपभोक्ताओं को दी जाती है तथा उन्हें वस्तुओं को क्रय करने के लिये प्रेरित किया जाता है। अतएव विज्ञापन के अन्तर्गत केवल विभिन्न प्रकार की जानकारी देना ही सम्मिलित नहीं होता है वरन जनता को वस्तुओं को खरीदने तथा उपभोग में लाने के लिये प्रेरित करना भी होता है।
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:'''प्रो. सी. ए. किर्कपैट्रिक के अनुसार:'''
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:विज्ञापन लाभ में अत्यधिक वृद्धि करने के लिये क्रेताओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जानकारी देने का सामूहिक सन्देशवाहक है।'''[https://ideashubs.blogspot.com/2021/05/what-is-advertising-in-hindi.html पूरा पढ़ें]'''
 
== विज्ञापन की विशेषता ==
1. विज्ञापन के द्वारा नवीन वस्तुओं की जानकारी ग्राहकों को दी जाती है।
 
2. विज्ञापन वर्तमान युग की एक अनिवार्य आवश्यकता
 
3. इसके अनेक माध्यम पाये जाते हैं।
 
4. विज्ञापन लिखित, मौखिक अथवा दर्शित हो सकता है।
 
5. यह सदैव एक निश्चित विज्ञापक द्वारा किया जाता है।
 
6. इसकी पुनरावृत्ति होती है।
 
7. विज्ञापन द्वारा वस्तुओं की उपयोगिता का उल्लेख किया जाता है।
 
8. विज्ञापन के द्वारा मांग में वृद्धि होने की सम्भावना होती है।
 
9. इसे प्रभावी बनाने के लिए रंगों, चित्रों तथा वाक्यों का प्रयोग किया जाता है।[https://ideashubs.blogspot.com/2021/05/what-is-advertising-in-hindi.html '''पूरा पढ़ें''']
 
== विज्ञापन के उद्देश्य ==
1. विज्ञापन का प्रधान उद्देश्य किसी निर्मित वस्तु की उपभोक्ताओं को जानकारी देना तथा उन्हें आकर्षित करके मांग का सृजन या उत्पन्न करना है।
 
2. इसका एक अन्य उद्देश्य विक्रय में वृद्धि करके लाभ प्राप्त करना होता है।
 
3. इसके द्वारा नये-नये बाजारों की खोज की जाती है तथा इनका विकास किया जाता है।
 
4. विज्ञापन का यह भी उद्देश्य होता है कि वस्तु की पूर्ति बराबर बनी रहे। अन्य शब्दों में विज्ञापन से माँग का पोषण होता है।
 
5. इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को शिक्षित करना भी होता है। इससे उन्हें वस्तुओं की श्रेष्ठता की जानकारी होती है।
 
6. इसका उद्देश्य विक्रेताओं की सहायता करना होता है। विज्ञापन माँग उत्पन्न करता है तथा ग्राहक स्वयं विक्रेता के पास जाकर वस्तु की माँग करते हैं।
 
7. विज्ञापन से प्रतियोगिता अपने आप समाप्त हो जाती है, क्योंकि इसके लाभ का वर्णन होता हैं।
 
8. इसका ध्येय जनता को उपभोग की जाने वाली वस्तुओं के प्रति सावधान करना होता है। इससे खराब वस्तुओं का उपभोग हतोत्साहित होता है।
 
9. इसका एक अन्य उद्देश्य यह भी है कि उपभोक्ताओं को रुचि के अनुसार वस्तुयें प्राप्त होती हैं। इससे उत्पादक की ख्याति में वृद्धि होती है।
 
10. उत्पादन तथा वितरण तथ्यों में कमी करना भी विज्ञापन का उद्देश्य होता है।
 
11. संस्था की प्रगति का ज्ञान जनसाधारण को देना भी इसका उद्देश्य है।[https://ideashubs.blogspot.com/2021/05/what-is-advertising-in-hindi.html '''पूरा पढ़ें''']
 
==विज्ञापन के कार्य==