"रीवा": अवतरणों में अंतर
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'''रीवा''' (Rewa) [[भारत]] के [[मध्य प्रदेश]] राज्य के [[रीवा ज़िले]] में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है और राज्य की राजधानी, [[भोपाल]], से {{convert|420|km|mi}} पूर्वोत्तर में और [[जबलपुर]] से {{convert|230|km|mi}} उत्तर में स्थित है। इस से दक्षिण में [[कैमूर पर्वतमाला]] है और इस क्षेत्र में [[विन्ध्याचल]] की पहाड़ियाँ भी स्थित हैं।<ref>"[https://books.google.com/books?id=X6XNCwAAQBAJ Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20190703183559/https://books.google.com/books?id=X6XNCwAAQBAJ
== विवरण ==
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=== वायु ===
रीवा में एक हवाईपट्टी है जहाँ से भोपाल के लिए फ्लाइट चलती है इसको हवाई अड्डा बनाने के घोषणा हो चुकी है जिससे विंध्य क्षेत्र भी व्यापार और पर्यटन स्थलों को टूटिस्ट आसानी से दर्शन कर सकेंगे।
== रीवा गान ==
"रीवा गान" अरिन कुमार शुक्ला द्वारा लिखा गया गीत है। अरिन कुमार शुक्ला रीवा के ही निवासी है तथा उनकी उम्र 15 वर्ष है। अरिन कुमार शुक्ला इस छोटी उम्र मे भी 9 पुस्तकों का लेखन कर चुके है। उनकी सभी पुस्तके अमेज़न पर विक्रय हो रही है। रीवा गान -
बिछिया-बीहड़-महिरा की कल कल मे है,
घंटाघर-घोडा चौक की पल पल मे है।
बघेली की मीठी सी धानी मे है,
विंध्य की हस्ती, पुरानी राजधानी मे है।
चचाई-पुरवा-कयोटि की आबरू,
विंध्य की उचाइयों से हुई रूबरू।
और रीवा की तारीफ मे क्या कहूँ
क्या कहूँ।
महामृत्युंजय के मंत्रोंच्चारण मे है,
राम-हर्षण की स्तुति के कारण मे है।
गोविंदगढ़ी के घुमड़ते तालाबों मे है,
माँ मैहर मे उमड़ते सैलाबों मे है।
बीरबल ने पाया है जिसे,
तानसेन ने गाया है जिसे।
और रीवा की तारीफ मे क्या कहूँ
क्या कहूँ।
चिराहुलनाथ स्वामी की ध्वजा मे है,
चित्रकूट-गुप्त काशी की रजा मे है।
रानी तालाब की मस्त मस्ती मे है,
देउर कोठर की मिटती हस्ती मे है।
दहाड़ मोहन की हमेशा ज़िंदा रहे,
रीवा तारों मे हमेशा चुनिंदा रहे।
और रीवा की तारीफ मे क्या कहूँ
क्या कहूँ।
==चित्र दीर्घा==
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