"पाउली अपवर्जन नियम": अवतरणों में अंतर

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किसी एक ही [[परमाणु]] में स्थित [[इलेक्ट्रॉन|इलेक्ट्रॉनों]] के लिये यह नियम कहता है कि "किन्ही भी दो इलेक्ट्रॉनों की चारों (यानी सभी) प्रमात्रा संख्याएं एक समान नहीं हो सकतीं।
Ex-m=-3,-2,1,0,+1,+2,+3,n=1,2,3,4,5,67,l=0,1,2,3,s=+1/2,-1/2
 
 
 
इस सिद्धान्त के अनुसार समान अवस्था वाले अथवा समान गुणधर्म वाले दो कण (जिनके [[प्रचक्रण (भौतिकी)|प्रचक्रण]], [[कलर चार्ज]], [[कोणीय संवेग]] इत्यदि समान हो) किसी एक समय मे किसी एक स्थान पर नहीं रह सकते है।