'''तुकोजीराव होल्कर प्रथम''' (1767-1797) [[अहिल्याबाई होल्कर]] काके सेनापति थे तथा उनकी मृत्यु के बाद होल्करवंश के शासक बन गये।पेहलेगये । पहले उन्होने पेशावर जितनेजीतने मेमें आपनाअपना पुरापूरा योगदान दिया और अटक के किले मे २.५ साल ठेहरकरठहरकर हिंदवी स्वराज्य कि अफगाणीअफ़गानी दुशामणोदुश्मन अहमदशाह अब्दाली से रक्षा करी ,दक्षिण मे टिपूटीपू सुलतान को युद्ध मे हराकर मराठा साम्राज्य कि पुनः एकबारएक नीवबार रखकर मराठा साम्राज्यनींव खडारखी किया।