"बालकृष्ण भट्ट": अवतरणों में अंतर

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'''पंडित बालकृष्ण भट्ट''' (३ जून [[१८४४]]- [[२० जुलाई]] [[१९१४]]) [[हिन्दी]] के सफल पत्रकार, उपन्यासकार, [[नाटक]]कार और [[निबन्ध|निबंधकार]] थे। उन्हें आज की गद्य प्रधान कविता का जनक माना जा सकता है। हिन्दी गद्य साहित्य के निर्माताओं में उनका प्रमुख स्थान है।
 
भट्ट ब्राह्मण समुदाय के महापुरुषों में भी इनका विशिष्ट स्थान है, भट्ट शिरोमणि पंडित नारायण प्रसाद "बैताब" के बाद भट्ट जी का नाम लिया जाता है.